Get App

इस टाटा शेयर को फटाफट बेचने की सलाह, कोटक ने 7% घटा दिया टारगेट प्राइस, आपके पास है?

Tata Group Stocks: इस टाटा कंपनी के शेयरों को लेकर घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज इतना बेयरेश हुआ है कि इसकी रिड्यूस रेटिंग को बरकरार तो रखा है लेकिन टारगेट प्राइस में कटौती कर दी है। चेक करें कि क्या यह टाटा स्टॉक आपके पास है और इसके शेयरों को लेकर ब्रोकरेज फर्म इतना बेयरेश क्यों है और टारगेट प्राइस क्या है?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Sep 11, 2025 पर 4:13 PM
इस टाटा शेयर को फटाफट बेचने की सलाह, कोटक ने 7% घटा दिया टारगेट प्राइस, आपके पास है?
ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने Trent का टारगेट प्राइस ₹5,300 से घटाकर ₹4,900 फिक्स किया है जो इसका तीसरा सबसे लोएस्ट टारगेट प्राइस है।

Tata Group Stocks: टाटा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट (Trent) के शेयरों में आज बिकवाली का दबाव दिखा। इसकी वजह ये है कि ट्रेंट के शेयरों का घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने रिड्यूस रेटिंग को बरकरार रखा है। हालांकि टारगेट प्राइस 7% से अधिक घटा दिया है। इसका असर आज ट्रेंट के शेयरों पर दिखा। आज बीएसई पर यह 0.56% की गिरावट के साथ ₹5168.65 (Trent Share Price) पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 0.91% फिसलकर ₹5150.00 के भाव तक टूट गया था। ब्रोकरेज फर्म ने इसका टारगेट प्राइस ₹5,300 से घटाकर ₹4,900 फिक्स किया है जो इसका तीसरा सबसे लोएस्ट टारगेट प्राइस है। ओवरऑल बात करें तो इसे कवर करने वाले 25 एनालिस्ट्स में से 15 ने इसे खरीदारी, 5 ने होल्ड और 5 ने सेल रेटिंग दी है।

ब्रोकरेज फर्म ने क्यों घटाया Trent का टारगेट प्राइस?

ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि जीएसटी की दरों में कटौती का पॉजिटिव असर होगा लेकिन इसका फायदा ट्रेंट के सेल्स के थोड़े ही हिस्से को पहुंचेगा। ऐसे में नियर टर्म में रेवेन्यू ग्रोथ पर इसका सीमित असर दिखेगा। ब्रोकरेज फर्म की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेंट अभी जिन शहरों में है, वहां यह विस्तार कर रही है, जिससे शॉर्ट टर्म में इसके सेम-स्टोर सेल्स ग्रोथ पर दबाव दिख सकता है। हालांकि ऑपरेटिंग मार्जिन के मजबूत बने रहने की उम्मीद है क्योंकि कंपनी को रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) पूरे ऑर्गेनाइजेशन में अपनाने से फायदा हो रहा है जिससे इसकी एंप्लॉयी कॉस्ट एफिशिएंसी में सुधार हुआ है। ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 2026-28 में इसके ईपीएस के अनुमान में 3-7% की कटौती की है।

कैसी है सेहत?

सब समाचार

+ और भी पढ़ें