Trump Tariffs 90-Day Relief: 11 अप्रैल को IT, मेटल समेत इन सेक्टर्स के शेयरों में दिख सकती है अच्छी तेजी
Trump Tariffs 90-Day Relief: 2 अप्रैल को अमेरिका की ओर से रेसिप्रोकेल टैरिफ की घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों समेत ग्लोबल शेयर बाजारों में जबरदस्त गिरावट आई थी। इसका असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी हुआ था। 7 अप्रैल को भारतीय बाजार बेहद ज्यादा टूटे थे। सेंसेक्स 2,000 अंक से अधिक गिरा था, जबकि निफ्टी 4 प्रतिशत से अधिक नीचे आया था
डोनाल्ड ट्रंप की ओर से तुरंत प्रभाव से अन्य देशों को टैरिफ पर दी गई 90 दिन की राहत से बुधवार को अमेरिकी बाजारों में शानदार रैली आई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 9 अप्रैल को चीन को छोड़कर अन्य देशों को रेसिप्रोकल टैरिफ में 90 दिन की राहत दी। उन्होंने कहा है कि इन 90 दिनों के दौरान उन देशों पर केवल 10 प्रतिशत का टैरिफ लगेगा। वहीं चीन की ओर से अमेरिकी सामानों पर 10 अप्रैल से 84 प्रतिशत टैरिफ की नई घोषणा के बाद ट्रंप ने तुरंत प्रभाव से चीन पर अमेरिकी टैरिफ को 104 प्रतिशत से बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया।
ट्रंप की ओर से तुरंत प्रभाव से अन्य देशों को दी गई 90 दिन की राहत से बुधवार को अमेरिकी बाजारों में शानदार रैली आई। इसका असर अब शुक्रवार, 11 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजारों में भी दिखने की उम्मीद है। 10 अप्रैल को महावीर जयंती के चलते शेयर बाजार बंद हैं।
2 अप्रैल को अमेरिका की ओर से रेसिप्रोकेल टैरिफ की घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों समेत ग्लोबल शेयर बाजारों में जबरदस्त गिरावट आई थी। इसका असर भारतीय शेयर बाजारों पर भी हुआ था। 7 अप्रैल को भारतीय बाजार बेहद ज्यादा टूटे थे। सेंसेक्स 2,000 अंक से अधिक गिरा था, जबकि निफ्टी 4 प्रतिशत से अधिक नीचे आया था। अब टैरिफ पर ट्रंप की 90 दिनों की राहत के बाद 11 अप्रैल को बाजार खुलने पर कुछ सेक्टर्स में अच्छी तेजी आने की उम्मीद है।
IT
हाल के दिनों में आईटी शेयरों में भारी गिरावट देखी गई है। 2 अप्रैल से निफ्टी आईटी में 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है। इसकी वजह है कि ज्यादातर भारतीय आईटी कंपनियों के रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा अमेरिका से आता है। ट्रंप के टैरिफ ने अमेरिका में मंदी की आशंकाओं को जन्म दिया, जिसने शेयरों पर निगेटिव इंपैक्ट डाला। टैरिफ पर राहत के बाद गोल्डमैन सैक्स ने अमेरिका में मंदी के अपने पूर्वानुमान को कम कर दिया। यह आईटी शेयरों के लिए पॉजिटिव फैक्अर होने की उम्मीद है। 11 अप्रैल को Infosys, TCS, Coforge, HCL Tech के शेयरों में तेजी दिख सकती है। TCS 10 अप्रैल को जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के नतीजे जारी करने वाली है। इसका असर भी 11 अप्रैल को शेयर की चाल पर दिखेगा।
ऑटो कंपोनेंट मेकर
ट्रंप की रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद ऑटो कंपोनेंट मेकर्स के शेयरों में गिरावट आई। 90 दिन की राहत से अब 11 अप्रैल को Sona BLW, Samvardhana Motherson जैसे शेयर बढ़ सकते हैं।
मेटल शेयर अमेरिकी शेयर से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अस्थायी राहत के बाद कॉपर और अन्य धातुओं की कीमतें पहले ही बढ़ चुकी हैं। चीन की प्रोत्साहन योजना, अमेरिकी मंदी के कम जोखिम, मेटल शेयरों की मदद कर सकते हैं। 11 अप्रैल को Hindustan Copper, Hindalco, Tata Steel, JSW Steel के शेयरों में तेजी दिख सकती है।
रियल्टी
टैरिफ पर राहत और RBI की ओर से बेंचमार्क ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती से रियल्टी शेयरों पर पॉजिटिव इंपैक्ट पड़ने की संभावना है। DLF, Godrej Properties, Sobha Realty जैसे शेयर शुक्रवार को बढ़त देख सकते हैं।
फिशरी
रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद श्रिंप फीड कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट आई। ये कंपनियां अमेरिका को बड़ा एक्सपोर्ट करती हैं। इसलिए उनके रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा अमेरिकी बाजार से आता है। टैरिफ पर राहत से Avanti Feeds, Apex Frozen Foods, Coastal Corp जैसे झींगा स्टॉक में तेजी आने की उम्मीद है।
सोलर EPC
भारत के सोलर सेक्टर की इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण (EPC) फर्मों का अमेरिकी बाजार में बड़ा एक्सपोजर है। ट्रंप की राहत के बाद 11 अप्रैल को Waaree Energies, Premier Energies जेसे शेयरों में मजबूती दिख सकती है।
इलेक्ट्रॉनिक्स पार्ट्स मेकर
भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेज (EMS) फर्मों के शेयरों में तेज उछाल देखने को मिल सकता है। इसकी वजह है कि एप्पल जैसे वैश्विक ब्रांड भारत से पुर्जे मंगाना जारी रख सकते हैं। PG Electroplast, Kaynes Tech, Tata Tech जैसे शेयर बढ़त देख सकते हैं।
चीन, अमेरिका के लिए टेक्सटाइल और अपैरल का सबसे बड़ा सप्लायर है। भारतीय टेक्सटाइल कंपनियों को अमेरिका में चीनी आयात पर लगाए गए 125 प्रतिशत टैरिफ से फायदा हो सकता है। हालांकि, वियतनाम और बांग्लादेश भी अमेरिका को टेक्सटाइल एक्सपोर्ट करते हैं। ऐसे में चीन पर टैरिफ में वृद्धि से भारतीय टेक्सटाइल कंपनियों को फायदा होगा, लेकिन वियतनाम और बांग्लादेश को हाई टैरिफ पर मिली 90 दिन की राहत से शेयरों पर निगेटिव इंपैक्ट पड़ सकता है। Grasim Industries, Trident, Welspun Living, Vardhman Textiles जैसे शेयर फोकस में रहेंगे।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।