अमेरिकी शेयर बाजारों के लिए 2025 अब तक शानदार रहा है। इस साल में सिर्फ 2 महीने बचे हैं। अमेरिकी शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक एसएंडपी500 31 अक्टूबर को 6,840 प्वाइंट्स पर बंद हुआ। ऑपशंस ट्रेडर्स 7000 प्वाइंट्स पर दांव लगा रहे हैं। उन्हें इस साल के अंत तक एसएंडपी500 के इस लेवल तक पहुंच जाने का अनुमान है। लेकिन, यह एसएंडपी 500 के मौजूदा लेवल से सिर्फ 2.5 फीसदी ही ज्यादा है। तो क्या इसका मतलब यह है कि अमेरिकी शेयर बाजारों में इस साल के बचे 60 दिनों में ज्यादा तेजी की उम्मीद नहीं है?
इस साल 19 फीसदी रह सकता है एसएंडपी 500 का रिटर्न
S&P500 इस साल के अंत तक अगर 7000 पर पहुंच जाता है तो 2025 में इसका रिटर्न करीब 19 फीसदी होगा। एक साल में 19 फीसदी का काफी अट्रैक्टिव है। अमेरिकी कंपनियों के शेयरों में आगे भी तेजी जारी रहने की उम्मीद है। लेकिन, एनालिस्ट्स का मानना है कि यह सावधानी बरतने का समय है। इसकी कई वजहें हैं। पहला, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने इंटरेस्ट रेट में तीसरी बार कमी की संभावनाओं के बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा है। दूसरा, अमेरिका की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनियां जिस तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर निवेश कर रही है, वह चिंता पैदा करता है।
दिखने लगे हैं अमेरिकी इकोनॉमी में सुस्ती के संकेत
अमेरिकी इकोनॉमी के सुस्त पड़ने के संकेत हैं। ज्यादा रिस्क वाला लोन पर दबाव दिखने लगा है। इससे अमेरिकी लोगों की वित्तीय सेहत को लेकर सवाल उठ रहे हैं। इस साल अमेरिकी बाजारों में आई जबर्दस्त तेजी में कुछ मुट्ठीभर शेयरों का ही बड़ा हाथ है। अगर इन शेयरों में बड़ी गिरावट आती है तो अमेरिकी शेयर बाजार की तस्वीर खराब हो सकती है। 29 अक्टूबर को पॉवेल के बयान के बाद कई स्ट्रेटेजिस्ट्स की उत्साह ठंडा पड़ता दिख रहा है। हालांकि, आम तौर पर साल के आखिरी दो महीने शेयर बाजारों के लिए अच्छे होते हैं।
एसएंडपी500 के बेहतर प्रदर्शन में कुछ ही शेयरों का बड़ा हाथ
गेटवे इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स में इनवेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट जोसफ फरेरा ने कहा, "7000 का स्ट्राइक प्राइस बहुत लोकप्रिय मनोवैज्ञानिक स्तर है।" ऑप्शंस में स्ट्राइक प्राइस का मतलब उस लेवल (प्राइस) से है, जिस पर कोई ट्रेडर एक्सपायरी के दिन अंडरलाइंग एसेट्स (यहां शेयर) खरीद या बेच सकता है। जेपी मॉर्गन हेज्ड इक्विटी फंड का माननाी है कि एसएंडपी500 इस साल के अंत तक 7000 का लेवल पार नहीं कर पाएगा। अगर कुछ शेयरों को छोड़ दिया जाए तो एसएंडपी का प्रदर्शन धमाकेदार नहीं रहा है। रिटेल इनवेस्टर्स ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर खुलकर दांव लगाया है। संस्थागत निवेशक कुछ सावधान दिखे हैं।