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Vodafone Idea Shares: सुप्रीम कोर्ट में सरकार के रुझान पर चहके निवेशक, 12% से अधिक उछल पड़े शेयर

Vodafone Idea Shares: भारी दिक्कतों से जूझ रही टेलीकॉम कंपनी वोडा आइडिया का कानूनी लड़ाई खत्म ही नहीं हो रही है। अब फिर एक मामले को लेकर यह सुप्रीम कोर्ट में है। टेलीकॉम डिपार्टमेंट की एक मांग को लेकर वोडा आइडिया ने याचिका दायर की है, जिस पर आज सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई हुई। जानिए दोनों पक्षों का इस मामले को लेकर क्या कहना है और सरकार का क्या कहना है?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Sep 19, 2025 पर 4:27 PM
Vodafone Idea Shares: सुप्रीम कोर्ट में सरकार के रुझान पर चहके निवेशक, 12% से अधिक उछल पड़े शेयर
Vodafone Idea Shares: कर्ज के बोझ में डूबी हुई टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट की मांग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिस पर आज सुनवाई हुई।

Vodafone Idea Shares: कर्ज के बोझ में डूबी हुई टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने टेलीकॉम डिपार्टमेंट की मांग के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जिस पर आज सुनवाई होनी थी। इस सुनवाई से पहले वोडा आइडिया के शेयरों पर निवेशक टूट पड़े और यह रॉकेट बन गया। हालांकि जब सरकार ने कोर्ट में कहा कि कंज्यूमर के हितों को देखते हुए इसका समाधान निकलना चाहिए तो शेयर फिर से उछल पड़े। इससे पहले शुरुआती कारोबारी में 2% से अधिक उछलने के बाद मुनाफावसूली में यह रेड जोन में आ गया था लेकिन इस मामले में सरकार के स्टैंड पर तो यह रिकवर होकर 12% से अधिक उछल गया।

इंट्रा-डे में बीएसई पर यह 12.36% उछलकर ₹8.82 तक पहुंच गया। हल्की-फुल्की मुनाफावसूली के बाद आज यह 7.13% की बढ़त के साथ ₹8.41 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में एक बार यह टूटकर रेड जोन में ₹7.81 तक आ गया था। एक कारोबारी दिन पहले यह ₹7.85 पर बंद हुआ था।

Voda Idea की याचिका पर क्या हुआ सुप्रीम कोर्ट में?

टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने वोडा आइडिया से ₹9450 करोड़ के अतिरिक्त एडजस्टेड ग्रास रेवेन्यू (AGR) की मांग की है और इसी के खिलाफ कंपनी सुप्रीम कोर्ट पहुंची। इसे लेकर पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री ने वोडाफोन आइडिया की एजीआर याचिका पर सुनवाई के लिए 19 सितंबर की तारीख तय की थी। इस मामले में सरकार की तरफ से कोर्ट में पेश हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वोडा आइडिया में अब सरकार की भी अहम हिस्सेदारी है, तो आम लोगों के हितों को लेकर समाधान निकाला जाना चाहिए। उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि इस मामले को तत्काल विचार के लिए 26 सितंबर को फिर से लिस्ट किया जाए।

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