वोडाफोन और आइडिया का 2018 में विलय हुआ था। उसके बाद यह कंपनी वोडाफोन आइडिया बन गई। विलय के बाद से यह कंपनी लगातार मुश्किलों में घिरी रही है। ऐसा लगा था कि विलय के बाद यह (वोडाफोन आइडिया) इंडिया की सबसे बड़ी टेलीकॉम बन जाएगी। लेकिन, यह सरकारी टेलीकॉम कंपनी एमटीएनएल के बाद दूसरा बड़ा बोझ बन गई। सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद वोडाफोन के वजूद को लेकर बड़ा खतरा पैदा हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) के बकाया से राहत की कंपनी की मांग खारिज कर दी। देश की सबसे बड़ी अदालत ने कंपनी की अपील पर भी सवाल उठाया।