देश के सबसे बड़े बैंक SBI के लिए मार्च तिमाही शानदार रही। मार्च तिमाही में इसका मुनाफा सालाना आधार पर 83 फीसदी उछलकर 16,694.51 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एसबीआई को कितना मुनाफा होगा, इसे लेकर मनीकंट्रोल ने ब्रोकरेज के बीच जो पोल कराया था, उसके हिसाब से इसका मुनाफा 68 फीसदी बढ़ना था लेकिन एसबीआई ने इससे भी बेहतर प्रदर्शन किया है। ऐसे में ब्रोकरेज काफी उत्साहित हैं। बैंक के शानदार नतीजे पर आज कमजोर मार्केट में भी इसके शेयर ग्रीन जोन में हैं। बीएसई पर फिलहाल यह 0.24% के उछाल के साथ 575.50 रुपये (SBI Share Price) पर है।
एसबीआई ने वित्त वर्ष 2023 के लिए 11.30 रुपये के डिविडेंड का भी ऐलान किया है जो 14 जून को क्रेडिट होगा। अब अगर इसके शेयरों के आगे की चाल की बात करें को ब्रोकरेज ने मार्च तिमाही के नतीजे पर जो टारगेट प्राइस फिक्स किया है, वह नीचे दिया जा रहा है।
ब्रोकिंग फर्म मॉर्गन स्टैनले ने 715 रुपये प्रति शेयर के टारगेट पर एसबीआई को ओवरवेट रेटिंग दी है। ब्रोकरेज के मुताबिक हाई मार्जिन, कम क्रेडिट कॉस्ट और हाई ट्रेजरी गेन के चलते इसका शुद्ध मुनाफा अनुमान से अधिक रहा। लोन ग्रोथ सालाना आधार पर 17 फीसदी रही।
इस सिक्योरिटीज फर्म ने एसबीआई को 700 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस पर आउटपरफॉर्म की रेटिंग दी है। सिक्योरिटीज फर्म के मुताबिक एसबीआई के लिए लोन की मजबूत ग्रोथ, मार्जिन में उछाल और क्रेडिट कॉस्ट में गिरावट पॉजिटिव रही। वहीं दूसरी तरफ वेतन में बदलाव के चलते ऑपरेटिंग एक्सपेंडिचर में लगातार जारी बढ़ोतरी एकमात्र निगेटिव प्वाइंट रहा।
ब्रोकरेज हाउस ने 720 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ ओवरवेट रेटिंग दी है। कम प्रोविजन के चलते इसके नेट इनकम को सपोर्ट मिला। वहीं ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी उम्मीद के मुताबिक ही रहा। डोमेस्टिक लोन ग्रोथ 16 फीसदी रही जो ओवरऑल सिस्टम के मुकाबले अधिक रहा। ब्रोकरेज के मुताबिक एसबीआई के साथ मार्च तिमाही में सिर्फ एक निगेटिव यह रहा कि इसके कैपिटल एक्सपेंडिचर में उछाल रही।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक एसबीआई के लिए मार्च तिमाही मिली-जुली रही। इसका मार्जिन बढ़ा और प्रोविजन कम हुआ तो दूसरी तरफ हाई ऑपरेटिंग एक्सपेंडिचर के चलते इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट प्रभावित हुआ। ब्रोकरेज के मुताबिक लोन बुक में फ्लोटिंग लोन का रेश्यो अधिक होने के चलते अगर डिपॉजिट कॉस्ट बढ़ती भी है तो इसके नेट इंटेरेस्ट मार्जिन (NII) और ओवरऑल अर्निंग्स को सपोर्ट मिलेगा। मोतीलाल ओसवाल ने एसबीआई में 700 रुपये के टारगेट प्राइस पर फिर खरीदारी की रेटिंग दी है।
ब्रोकरेज ने 664 रुपये के टारगेट प्राइस पर इसकी खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है। बेहतर बैंलेस शीट, नेट इंटेरेस्ट मार्जिन (NIM) में उछाल और कम प्रोविजन के दम पर एसबीआई के लिए मार्च तिमाही बहुत शानदार रही। तिमाही आधार पर डोमेस्टिक क्रेडिट में 4.9 की ग्रोथ और डिपॉजिट में 5.1 फीसदी की ग्रोथ के चलते इसका बैलेंस शीट बढ़ा है।
एसबीआई के मैनेजमेंट ने संकेत दिया है कि बैंक के पास 4 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त एसएलआर है जिससे इसके आगे की ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा। कम स्लिपेज और हायर रिकवरी और अपग्रेड के चलते इसके एसेट क्वालिटी में सुधार जारी रहा। मार्च तिमाही में इसका RoA (रिटर्न ऑन एसेट) 1.2 फीसदी और रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) 20.6 फीसदी रहा जो करीब दस साल का हाई है।
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