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Uno Minda Shares: नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे शेयर, गिरावट खरीदारी का मौका, इस कारण CLSA ने भी लगाया दांव

Uno Minda Shares: ऑटो पार्ट्स बनाने वाली यूनो मिंडा के शेयर नई ऊंचाई पर पहुंच सकते हैं। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए का ऐसा ही मानना है। ब्रोकरेज फर्म ने इसमें निवेश को लेकर जो रिकॉर्ड प्राइस फिक्स किया है, वह अभी के रिकॉर्ड हाई से भी 4% से अधिक ऊपर है और मौजूदा भाव से करीब 18%। जानिए ब्रोकरेज फर्म के इस बुलिश रुझान की वजह

Edited By: Moneycontrol Hindi Newsअपडेटेड Jun 30, 2025 पर 3:49 PM
Uno Minda Shares: नई ऊंचाई पर पहुंचेंगे शेयर, गिरावट खरीदारी का मौका, इस कारण CLSA ने भी लगाया दांव
ब्रोकरेज फर्म CLSA का मानना है कि RoCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड) में सुधार के साथ Uno Minda की ग्रोथ इंडस्ट्री में सबसे तेज होने की उम्मीद है।

Uno Minda Shares: यूनो मिंडा के शेयर आज 2% से अधिक उछलकर फिसल गए और रेड जोन में आ गए। हालांकि वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए के टारगेट प्राइस के मुताबिक इस गिरावट को खरीदारी के मौके के तौर पर देखना चाहिए। सीएलएसए के एनालिस्ट्स का मानना है कि यह नई ऊंचाई पर पहुंच सकता है। आज बीएसई पर यह 0.35% की हल्की गिरावट के साथ ₹1104.60 पर बंद हुआ है लेकिन इस लेवल तक आने से पहले यह 2.03% की बढ़त के साथ ₹1130.95 तक पहुंचा था। एक महीने में इसके शेयर करीब 10% मजबूत हुए हैं। सीएलएसए ने ₹1304 के टारगेट प्राइस और आउटपरफॉर्म रेटिंग के साथ इसकी कवरेज शुरू की है।

Uno Minda पर क्यों है ब्रोकरेज फिदा?

ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए का मानना है कि RoCE (रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड) में सुधार के साथ यूनो मिंडा की ग्रोथ इंडस्ट्री में सबसे तेज होने की उम्मीद है। साइक्लिकल फैक्टर्स के चलते वित्त वर्ष 2024-26 के मुकाबले वित्त वर्ष 2026-28 में भारतीय पैसेंजर वेईकल, दोपहिया और कॉमर्शियल वेईकल सेगमेंट का परफॉरमेंस अधिक मजबूत रहेगा और यह सालाना 8-10% की रफ्तार से बढ़ सकता है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि सबसे तेज स्पीड से बढ़ रहे ऑटो एंसिलरी कंपनियों में शुमार यूनो मिंडा ने अपने डाइवर्सिफाईड प्रोडक्ट और प्रोडक्ट बेस के दम पर इंडस्ट्री के उतार-चढ़ाव में भी स्थिरता दिखाई है और अब इन्हीं खूबियों के दम पर ऑटो सेक्टर में रिकवरी से इसे तगड़ा फायदा मिलने की उम्मीद है।

कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन बेहतर हो सकता है और FY25-28 के दौरान कमाई लगभग दोगुनी हो सकती है। वित्त वर्ष 2026-28 के बीच इसका फ्री कैश फ्लो धमाकेदार रह सकता है और वित्त वर्ष 2028 तक इसके नेट कैश पॉजिटिव में आने की उम्मीद है। इससे कंपनी की रणनीतिक अधिग्रहण की कोशिशें जारी रखने या नए प्रोजेक्ट में निवेश की क्षमता बनी रहेगी। सीएलएसए का अनुमान है कि एसेट टर्नओवर 2.2 गुना और 0.5x के डेट-इक्विटी रेश्यो बरकरार रहने से कंपनी इनऑर्गेनिक विस्तार के जरिए वित्त वर्ष 2028 तक अतिरिक्त 40% रेवेन्यू और ऑपरेटिंग मार्जिन हासिल कर सकती है। वहीं दूसरी तरफ रिस्क की बात करें तो दोपहिया और पैसेंजर वेईकल सेगमेंट में सप्लाई चेन से जुड़ी दिक्कतों के चलते सुस्ती आ सकती है।

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