Credit Cards

Ashok Leyland के शेयरों में क्यों दिख रही 50% की गिरावट? 251 रुपये से सीधे ₹125 पर आया भाव

Ashok Leyland Shares: कमर्शियल व्हीकल बनाने वाली दिग्गज कंपनी अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) के शेयरों में आज 16 जुलाई को कई ट्रेडिंप ऐप पर 50% तक की गिरावट देखने को मिली। मंगलवार 15 जुलाई को अशोक लीलैंड के शेयर 251 रुपये के भाव पर बंद हुए, लेकिन आज यह करीब 125 रुपये के आसपास खुला। आखिर इस गिरावट की क्या है वजह?

अपडेटेड Jul 16, 2025 पर 12:46 PM
Story continues below Advertisement
Ashok Leyland Shares: अशोक लीलैंड के शेयर बुधवार से "एक्स-बोनस" के तौर पर कारोबार कर रहे हैं

Ashok Leyland Shares: कमर्शियल व्हीकल बनाने वाली दिग्गज कंपनी अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) के शेयरों में आज 16 जुलाई को कई ट्रेडिंप ऐप पर 50% तक की गिरावट देखने को मिली। मंगलवार 15 जुलाई को अशोक लीलैंड के शेयर 251 रुपये के भाव पर बंद हुए, लेकिन आज यह करीब 125 रुपये के आसपास खुला। हालांकि यह कोई शेयर में गिरावट नहीं है। शेयरों का भाव में यह बदलाव कंपनी के 1:1 बोनस शेयर इश्यू के चलते आया है।

क्या है बोनस इश्यू का असर?

अशोक लीलैंड के शेयर आज बुधवार से "एक्स-बोनस" के तौर पर कारोबार कर रहे हैं। इसका मतलब है कि बोनस इश्यू को ध्यान में रखते हुए कंपनी के शेयर का भाव आज से एडजस्ट हो गया है। हालांकि इसके निवेश की वैल्यू पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसे उदाहरण से समझते हैं।

अगर किसी निवेशक के पास रिकॉर्ड डेट यानी 16 जुलाई को अशोक लीलैंड के 1 शेयर थे, जिसकी कीमत करीब 250 रुपये थी, तो अब बोनस शेयर के एडजस्टमेंट के चलते उसके पास कंपनी के 2 शेयर होंगे ₹125-₹125 के। यानी कुल निवेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा, होल्डिंग की वैल्यू वही रहेगी।


14 साल बाद कंपनी ने दिया बोनस शेयर

कंपनी ने मई में घोषणा की थी कि वह अपने शेयरधारकों को 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करेगी। इसके अनुसार, हर योग्य शेयरधारक को उसके पास मौजूद हर एक शेयर के बदले में एक बोनस शेयर मिलेगा। इसके लिए रिकॉर्ड डेट 16 जुलाई तय की गई थी।

कंपनी ने बताया था कि बोनस शेयर 17 जुलाई को अलॉट किए जाएंगे, और इनका ट्रेडिंग 18 जुलाई से शुरू होगा।यह 14 सालों में कंपनी का पहला बोनस इश्यू है। इससे पहले अशोक लीलैंड ने साल 2011 में अपने शेयरधारकों को बोनस शेयर बांटा था।

आर्थिक प्रदर्शन रहा मजबूत

अशोक लीलैंड के अभी तक जून तिमाही के नतीजे नहीं आए हैं। इससे पहले मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 38.4% बढ़कर ₹1,246 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में ₹900 करोड़ था। रेवेन्यू में भी इस दौरान 5.7% की तेजी आई, जो ₹11,906.7 करोड़ रुपये रहा।

निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है यह बदलाव?

यह गिरावट वास्तविक नुकसान नहीं है, बल्कि सिर्फ प्राइस एडजस्टमेंट है। निवेशकों के पास अब ज्यादा शेयर होंगे, लेकिन उनकी कीमत आधी होगी। इससे कुल निवेश पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

यह भी पढ़ें- 43% तक गिर सकता है टाटा ग्रुप का यह शेयर, नुवामा ने दिया ₹202 का टारगेट, बताए ये कारण

डिस्क्लेमरः Moneycontrol पर एक्सपर्ट्स/ब्रोकरेज फर्म्स की ओर से दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह उनके अपने होते हैं, न कि वेबसाइट और उसके मैनेजमेंट के। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई भी निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।