हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बाजार में कंसोलिडेशन का मूड देखने को मिल रहा है। निफ्टी 18350 के नीचे फिसल गया है। बैंक निफ्टी पर हल्का दबाव है। मिडकैप भी फ्लैट कारोबार कर रहा है। मेटल शेयरों में आज तगड़ी खरीदारी देखने को मिल रही है। निफ्टी मेटल इंडेक्स 1.25 फीसदी की तेजी के साथ 6 महीने के शिखर पर दिख रहा है। हिंडाल्को, हिंदुस्तान जिंक और नाल्को 2 से 5 फीसदी तक चढ़े हैं। मेटल शेयरों में आज हिंडाल्को जोरदार तेजी दिखा है। सितंबर तिमाही के कमजोर नतीजों के बावजूद ये शेयर आज 11 बजे के आसपास 18.40 रुपए यानी 4.28 फीसदी की बढ़त के साथ 448.25 के स्तर पर दिख रहा था।
आज का इस शेयर का दिन का हाई 452.85 रुपए और दिन का लो 434.05 पैसे है। स्टॉक का 52 वीक लो 308.95 रुपए और 52 वीक हाई 636 रुपए का है। स्टॉक का वॉल्यूम 12720106 शेयरों के आसपास दिख रहा है। आज ये शेयर 435 रुपए पर खुला था। जबकि कल के कारोबार में ये शेयर 429.85 रुपए के स्तर पर बंद हुआ था।
कमजोर रहे दूसरी तिमाही के नतीजे
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने 11 नवंबर को सितंबर तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। इस अवधि में कंपनी का कंसॉलिडेटेड प्रॉफिट 36 फीसदी घटकर 2,205 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 3,427 करोड़ रुपये मुनाफा कमाया था। एल्युमीनियम की कीमतों में गिरावट और बढ़ती इनपुट कॉस्ट की वजह से प्रॉफिट गिरा है।
कंपनी का प्रॉफिट तिमाही दर तिमाही आधार पर 46 फीसदी गिरा है। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने रिकॉर्ड 4,119 करोड़ रुपये प्रॉफिट कमाया था। हालांकि, सितंबर तिमाही में कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 18 फीसदी बढ़कर 56,176 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी का रेवेन्यू 47,665 करोड़ रुपये था। तिमाही दर तिमाही आधार पर कंपनी का रेवेन्यू 3 फीसदी कम रहा है।
अब क्या है ब्रोकरेज की राय
Motilal Oswal का कहना है कि अगली दो तिमाहियों में Novelis की EBITDA 525 डॉलर प्रति टन के आसपास रह सकती है। इससे अधिकांश कॉन्ट्रैक्ट्स का रिन्यूअल हो गया है। लेकिन लोअर मेटल स्प्रेड के चलते इसको नियरटर्म में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आगे अमेरिकी महंगाई का भी कुछ निगेटिव असर देखने को मिल सकता है। लेकिन इस सबके बावजूद कंपनी के घरेलू कारोबार में मजबूती के कारण कंपनी के मुनाफे और मार्जिन में सुधार की उम्मीद है। अपने इस विश्लेषम के आधार पर मोतीलाल ओसवाल ने हिंडाल्को की "buy" रेटिंग बनाए रखते हुए इसके टारगेट को 480 रुपए से बढ़ाकर 520 रुपए कर दिया है। ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि पूरे मेटल सेक्टर के लिए चाइना सबसे बड़ा जोखिम बना हुआ है।
JPMorgan ने इस स्टॉक की 'overweight'रेटिंग बनाए रखते हुए इसके टारगेट को 560 रुपए से घटा कर 520 रुपए कर दिया है।
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