Ola Electric Share Price: ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में लगातार तीन कारोबारी दिनों में बिकवाली का भारी दबाव रहा। आज भी निवेशकों को इसकी आशंका दिख रही थी क्योंकि एक कारोबारी दिन लगातार तीसरे दिन कंपनी के फाउंडर भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने इसके शेयरों की ताबड़तोड़ बिक्री की थी। इसके बावजूद यह एक कारोबारी दिन पहले के रिकॉर्ड निचले स्तर से रिकवर करते हुए 11% से अधिक उछल गया। केवल आज की बात करें तो इंट्रा-डे में यह 10% चढ़कर अपर सर्किट पर पहुंच गया है और इसी पर बंद भी हुआ। दिन के आखिरी में बीएसई पर यह 9.97% की बढ़त के साथ ₹34.40 पर बंद हुआ है। एक कारोबारी दिन पहले इंट्रा-डे में यह ₹30.79 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक फिसल गया था।
तीन दिनो में कितने शेयर बेचे Bhavish Aggarwal ने?
एनएसई पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक भाविश अग्रवाल ने लगातार तीन जिनों तक ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की भारी बिकवाली की। 16 दिसंबर को भाविश ने ₹34.99 के औसत भाव पर इसके 2,62,56,748 शेयर बेचे तो 17 दिसंबर को ₹33.96 के औसत भाव पर 4,19,03,706 शेयर और 18 दिसंबर को ₹31.90 के औसत भाव पर 2,83,00,000 शेयर बेचे। इस प्रकार तीन ही दिनों में उन्होंने 96,460,454 शेयर बेच दिए जो कंपनी की 2.2% इक्विटी होल्डिंग के बराबर है। इस बिक्री से भाविश को ₹324.45 करोड़ मिले।
फिर Ola Electric के शेयरों में क्यों आई जोरदार रिकवरी?
भाविश अग्रवाल ने ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की लगातार तीसरे दिन बिकवाली की, इसके बावजूद भाव आज रॉकेट बन गए तो इसकी वजह कंपनी का एक बड़ा खुलासा है। ओला इलेक्ट्रिक ने 18 दिसंबर को एक्सचेंज फाइलिंग में खुलासा किया कि कंपनी के प्रमोटर ने अपनी होल्डिंग के एक छोटे हिस्से को इसलिए बेचा है ताकि प्रमोटर लेवल पर ₹260 करोड़ के कर्ज को पूरी तरह से चुकाया जा सके और पहले गिरवी रखे गए 3.93% शेयरों को छुड़ाया जा सके। कंपनी का कहना है कि भाविश की इस बिकवाली के बावजूद प्रमोटर्स की शेयरहोल्डिंग अभी भी 34.6% पर बनी हुई है। सितंबर 2025 तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक भाविश की कंपनी में 30.02% हिस्सेदारी थी।
अब तक कैसी रही है ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों की चाल?
ओला इलेक्ट्रिक के ₹6,145 करोड़ के आईपीओ के तहत ₹76 के भाव पर शेयर जारी हुए थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 9 अगस्त 2024 को एंट्री हुई थी। फ्लैट लिस्टिंग के बाद पहले ही कारोबारी दिन यह अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ था। धड़ाधड़ खरीदारी के साथ कुछ ही दिनों में यह 20 अगस्त 2024 को ₹157.53 के रिकॉर्ड हाई तक पहुंचा था। हालांकि शेयरों की तेजी यहीं थम गई और इस हाई से यह 80.45% टूटकर 18 दिसंबर 2025 को ₹30.79 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया था।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।