Share Market Down: भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार 2 दिसंबर को लगातार तीसरे दिन गिरावट देखने को मिली। विदेशी निवेशकों की बिकवाली, रुपये में कमजोरी और बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली ने निवेशकों के सेंटीमेंट को कमजोर किया।

Share Market Down: भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार 2 दिसंबर को लगातार तीसरे दिन गिरावट देखने को मिली। विदेशी निवेशकों की बिकवाली, रुपये में कमजोरी और बैंकिंग शेयरों में मुनाफावसूली ने निवेशकों के सेंटीमेंट को कमजोर किया।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 600 अंकों तक टूट गया। वहीं निफ्टी 170 अंकों से अधिक का गोता लगाकर 26,000 के नीचे चला गया। आज की गिरावट चौतरफा रही। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के इंडेक्स भी लाल निशान में रहे। सबसे अधिक गिरावट बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयरों में दिखी।
कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 503.63 अंक या 0.69 फीसदी टूटकर 85,138.27 के स्तर पर बंद हुए। वहीं निफ्टी 143.55 अंक या 0.55 फीसदी गिरकर 26,032.20 के स्तर पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में आज की इस गिरावट के पीछे 4 बड़े कारण रहे-
1. रुपये में कमजोरी
सबसे पहले रुपये की कमजोरी ने चिंता बढ़ाई। डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया मंगलवार को 89.70 पर खुला और बाद में कारोबार के दौरान गिरकर 89.92 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। ट्रेडर्स का कहना है कि डॉलर की मजबूत मांग, क्रूड ऑयल के दाम में उछाल और विदेशी निवेशकों की बिकवाली से रुपया कमजोर हुआ है।
2. विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने सोमवार को 1,171 करोड़ रुपये की बिकवाली की। यह लगातार तीसरा दिन है जब विदेशी निवेशकों ने शेयर मार्केट से पैसे निकाले हैं। इससे पहले नवंबर में विदेशी निवेशकों ने कुल 17,500 करोड़ रुपये की बिकवाली की। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशक ऊंचे स्तरों पर जोखिम लेने से बच रहे हैं।
एंजेल वन में टेक्निकल और डेरिवेटिव रिसर्च के चीफ मैनेजर ओशो कृष्ण ने रॉयटर्स को बताया, "चार सेशन से रिकॉर्ड हाई लेवल के पास लगातार खरीदारी में दिलचस्पी न होना, मार्केट मोमेंटम में संभावित ठहराव का संकेत देता है।"
वहीं सेंट्रम ब्रोकिंग में इक्विटीज के टेक्निकल और डेरिवेटिव रिसर्च के हेड, नीलेश जैन ने बताया कि रिकॉर्ड हाई लेवल के पास कंसोलिडेशन यह भी दिखाता है कि इन्वेस्टर ऊंचे लेवल पर इंडेक्स का पीछा नहीं कर रहे हैं और वे नई पोजीशन लेने से पहले थोड़ी गिरावट का इंतजार कर रहे हैं।।
3. ग्लोबल मार्केट्स से कमजोर संकेत
ग्लोबल बाजारों में मिवे कमजोर संकेतों ने भी दलाल स्ट्रीट पर सतर्कता बढ़ाई। एशियाई बाजारों में शंघाई कंपोजिट जैसे प्रमुख इंडेक्स लाल निशान में थे। वहीं अमेरिकी शेयर मार्केट भी सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
4. बैंकिंग शेयरों में गिरावट
निफ्टी प्राइवेट बैंक इंडेक्स आज कारोबार के दौरान लगभग 0.4 प्रतिशत तक टूट गया। HDFC बैंक और ICICI बैंक सबसे अधिक नुकसान में रहे। बैंकिंग शेयरों में यह गिरावट इसलिए भी देखने को मिली क्योंकि निफ्टी बैंक इंडेक्स के वेटेज में बदलाव हुआ है। दरअसल सेबी ने कुछ समय पहले NSE को जिन इंडेक्स पर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट्स उपलब्ध हैं, उनमें प्रमुख स्टॉक्स की वेटेज में कमी की जाए। इसमें बैंक निफ्टी भी शामिल हैं। SEBI की गाइडलाइंस के मुताबिक, अब इंडेक्स के टॉप-3 शेयरों का अधिकतम वेटेज क्रमशः 19%, 14% और 10% किया गया है।
टेक्निकल चार्ट्स से क्या मिल रहे संकेत?
टेक्निकल चार्ट पर भी बाजार फिलहाल दबाव में नजर आ रहा है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा कि सोमवार के ट्रेड में तेजी की कमी दिखी और इंडेक्स निचले स्तरों की ओर सरका। उनका कहना है कि अगर निफ्टी 26,110 से 26,060 के दायरे में वापस लौटने में सफल रहा, तो तेजी फिर से लौट सकती है। अगर यह दायरा टूटता है तो निफ्टी के 25,860–25,700 तक फिसलने की आशंका बढ़ेगी, हालांकि 25,300 तक की बड़ी गिरावट की संभावना फिलहाल कम है।
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