Share Market Rise: भारतीय शेयर बाजारों में लगातार 8 दिनों के बाद गिरावट के बाद आज 1 अक्टूबर को जोरदार उछाल देखने को मिला। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के फैसलों और उसके बाद बैंकिंग व फाइनेंशियल शेयरों में दिखी मजबूती खरीदारी से बाजार में तेजी लौटी। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 715.69 अंक या 0.89 प्रतिशत चढ़कर 80,983.31 पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 225.20 अंक यानी 0.92 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,836.30 के स्तर पर पहुंच गया। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में 1 फीसदी से अधिक की उछाल देखने को मिली।
शेयर बाजार में आज की इस तेजी के पीछे 5 बड़े कारण रहे-
1. बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों में खरीदारी
RBI ने इसके अलावा बैंकों के लिए कैपिटल मार्केट लेंडिंग का दायरा बढ़ाने, कर्जदारों के खातों के संचालन में अधिक लचीलापन देने और लिस्टेड डेट सिक्योरिटीज पर लोन की सीमा को हटाने का प्रस्ताव भी रखा। इसके चलते बैंक निफ्टी और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स में जबरदस्त तेजी आई। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आरबीआई के कदमों ने निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है।
शेयर बाजार में आज की तेजी को मजबूत ग्लोबल संकेतों से भी सपोर्ट मिला। एशिया में साउथ कोरिया के कॉस्पी इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे थे। वहीं बीती रात अमेरिकी शेयर बाजार भी हरे निशान में बंद हुए थे।
3. क्रूड ऑयल के दाम में गिरावट
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने भी निवेशकों को राहत दी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स का भाव बुधवार को 1.4% गिरकर 67.02 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इससे महंगाई को लेकर चिंता घटी और शेयर मार्केट्स को सपोर्ट मिला।
4. भारतीय रुपये में मजबूती
भारतीय रुपये में भी बुधवार को मजबूती देखी गई। रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे मजबूत होकर 88.75 के स्तर पर पहुंच गया। इससे बाजार को अतिरिक्त सपोर्ट मिला।
शेयर बाजार में अस्थिरता का संकेत देने वाले, इंडिया VIX इंडेक्स में बुधवार को 3.68% की गिरावट आई और यह 10.66 पर आ गया। वोलैटिलिटी इंडेक्स में गिरावट निवेशकों की अनिश्चितता कम होने का संकेत देती है और जोखिम लेने की प्रवृत्ति बढ़ाती है।
एक्सपर्ट्स का क्या है कहना?
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स ने कहा, “निफ्टी दिन के निचले स्तर के पास बंद हुआ, लेकिन ऑस्सिलेटर आगे और तेजी की गुंजाइश दिखा रहे हैं।” उन्होंने कहा कि निफ्टी के लिए ऊपर की ओर 24,970 और 25,050 के टारगेट बने हुए हैं। हालांकि 24,720 और 24,800 के स्तर पर इसे तत्काल रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। वहीं नीचे की ओर इसे 24,500 और 24,336 पर सपोर्ट मिलता दिख सकता है।
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