जीरोधा (Zerodha) पर कुछ समय पर कई ट्रेडर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा था जिसे लेकर इसके सीईओ नितिन कामत (Nithin Kamath) ने माफी मांगी है। जीरोधा के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर 6 नवंबर और 4 दिसंबर को 5-20 फीसदी एक्टिव यूजर्स को तकनीकी खामियों का सामना करना पड़ा था। नितिन कामत ने इसे लेकर जीरोधा की साइट पर एक पोस्ट डाला जिसमें यह तकनीकी दिक्कत क्यों आई, इसका खुलासा भी किया। उन्होंने कहा कि यह बहाना नहीं है और एक प्लेटफॉर्म के रूप में ट्रेडर्स को जितनी भी दिक्कतें हुईं, उसके लिए जीरोधा जिम्मेदार है।
Zerodha बाहरी फैक्टर्स पर कैसे है निर्भर
जीरोधा के सीईओ नितिन कामत ने बताया कि 6 नवंबर और 4 दिसंबर को जो तकनीकी खामियां आईं, वह बाहरी निर्भरता के चलते आई। हालांकि उन्होंने इससे पल्ला झाड़ने की बजाय माफी मांगते हुए कहा कि जो दिक्कतें यूजर्स को हुई हैं, उसके लिए जीरोधा जिम्मेदार है। उन्होंने इशारा किया कि एक्सचेंजेज और डिपॉजिटरीज, एग्जेक्यूशन मैनेजमेंट सिस्टम (EMS) वेंडर समेत कई मामलों में जीरोधा बाहरी फैक्टर्स पर निर्भर है।
क्या दिक्कतें हुई थीं यूजर्स को और क्यों
4 दिसंबर को जीरोधा के काइट प्लेटफॉर्म पर लॉग इन में दिक्कतें आ रही थी। जीरोधा के मुताबिक एक साथ बड़ी संख्या में पासवर्ड रिक्व्सेट आए जिससे यह दिक्कत आई। इसका ईमेल अलर्ट सिस्टम ऐसा है कि जब किसी नई जगह या आईपी से लॉग-इन किया जाता है तो यूजर्स को सचेत किया जाता है लेकिन अबकी बार कई यूजर्स को गलती से एलर्ट मिले। इसकी वजह जीरोधा ने ये बताई कि इस वीकेंड पर उसके आईपी डेटाबेस में अपडेट के चलते कई यूजर्स के लोकेशन बदल गए जिसके चलते ये अलर्ट शुरू हो गए।
इसके अलावा 6 नवंबर को यूजर्स को एक और तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा जहां वे काइट पर अपने ऑर्डर बुक में ऑर्डर्स नहीं देख पा रहे थे। इसके अलावा होल्डिंग्स और फंड पेज भी नहीं देख पा रहे थे। जीरोधा के सीईओ के मुताबिक यह दिक्कत इसलिए आई क्योंकि इसके EMS वेंडर ने एंटी-मालवेयर मॉनिटरिंग सर्विस में पहले से बिना तय किए अपडेट कर दिया जिससे जीरोधा के सर्वर पर असर पड़ा।