Zerodha ने अपने निवेशकों के लिए Kite और Console प्लेटफॉर्म पर सेकेंडरी डीमैट अकाउंट का ऑप्शन लॉन्च किया है। इसका मतलब यह है कि आप अपने उसी मोबाइल नंबर से दूसरा डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और अपने शेयरों को अलग तरीके से मैनेज कर सकते हैं। ये सुविधा खासतौर पर रेजिडेंट इंडिविजुअल्स के लिए है। Zerodha के पास करीब 80 लाख एक्टिव यूजर्स हैं।
दो डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं?
SEBI के नियमों के हिसाब से एक व्यक्ति के पास एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट हो सकते हैं। सेकेंडरी अकाउंट के जरिए आप अपने लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट और शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग को अलग रख सकते हैं। इससे न सिर्फ जोखिम कम होता है बल्कि टैक्स और अकाउंटिंग भी आसान हो जाती है। इसके अलावा, अगर आप अलग-अलग ब्रोकर्स के टूल्स या रिसर्च का फायदा उठाना चाहते हैं, तो यह भी आसान हो जाता है।
Zerodha के सेकेंडरी अकाउंट की खास बातें
यह सुविधा फिलहाल सिर्फ रेजिडेंट इंडिविजुअल्स के लिए है। इसका मतलब है कि भारत का कोई भी नागरिक इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकता है। हालांकि, NRI, कंपनियां, पार्टनरशिप्स और HUF अकाउंट के लिए यह सुविधा उपलब्ध नहीं है।
कुल मिलाकर, इस नए ऑप्शन से आप अपने निवेशों को बेहतर तरीके से अलग रख पाएंगे। रोजाना के ट्रेडिंग स्टॉक से डिस्ट्रैक्ट नहीं होंगे और टैक्स और अकाउंटिंग में भी आसानी होगी।