Ztech IPO Listing: चुनावी नतीजे के बाद की पहली लिस्टिंग फीकी, अपर सर्किट के बावजूद आईपीओ निवेशक घाटे में

Ztech India IPO Listing: जेडटेक (इंडिया) सिविल इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स डिजाइन करती है। यह वेस्ट मैनेजमेंट सेक्टर में काम करती है और कचरे से थीम पार्क तैयार करती है। इसके आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था। आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी हुए हैं। चेक करें कंपनी की कारोबार सेहत कैसी है और आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैसे करेगी?

अपडेटेड Jun 05, 2024 पर 4:56 PM
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Ztech India IPO Listing: जेडटेक इंडिया का ₹37.30 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29-31 मई तक खुला था। आज इसके शेयरों की लिस्टिंग हुई है।

Ztech India Services IPO Listing: कचरे से पार्क बनाने वाली जेडटेक (Ztech) के शेयरों की आज NSE के SME प्लेटफॉर्म पर कमजोर एंट्री हुई। हालांकि इसके आईपीओ को ओवरऑल 371 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 110 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 100 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को लिस्टिंग गेन की बजाय 9 फीसदी का घाटा हो गया। हालांकि लिस्टिंग के बाद शेयरों में रिकवरी हुई लेकिन आईपीओ निवेशक अब भी घाटे में हैं। उछलकर यह 105 रुपये के अपर सर्किट (Ztech Share Price) पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुए यानी कि आईपीओ निवेशक अब 4.54 फीसदी घाटे में हैं।

Ztech India IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस

जेडटेक इंडिया का ₹37.30 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 29-31 मई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 371.39 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 123.10 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 832.37 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 315.59 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 33,91,200 नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में करेगी।


Ztech India के बारे में

नवंबर 1994 में बनी जेडटेक (इंडिया) सिविल इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स डिजाइन करती है। यह वेस्ट मैनेजमेंट सेक्टर में काम करती है और कचरे से थीम पार्क तैयार करती है। मुख्य रूप से यह तीन अहम कैटेगरीज- सस्टेनेबेल थीम पार्क डेवलपमेंट, इंडस्ट्रियल वेस्टवाटर मैनेजमेंट और जियोटेक्निकल स्पेशलाइज्ड सॉल्यूशंस; में नए प्रकार के, सुरक्षित और इको-फ्रेंडली इंजीनियरिंग सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसकी क्लाइंट्स दिलीप बिल्डकॉन, जीएमआर इंफ्रा, एनसीसी, एचसीसी जैसी दिग्गज कंपनियां हैं।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2021 में इसे 64.62 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में घटकर 8.42 लाख रुपये रह गया। हालांकि फिर स्थिति सुधरी और वित्त वर्ष 2023 में इसे 1.97 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हासिल हुआ। वित्त वर्ष 2024 में इसका मुनाफा तेजी से उछलकर 7.80 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 41 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 67.37 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

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First Published: Jun 05, 2024 10:04 AM

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