Indonesia Earthquake: स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार बचावकर्मी भूकंप के झटकों से ढहे इमारतों से लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम जावा के गवर्नर रिदवान कामिल (West Java governor Ridwan Kamil) ने स्थानीय मीडिया को भूकंप से कम से कम 56 लोगों के मारे जाने की जानकारी दी है और करीब 700 लोग घायल हुए हैं।
Indonesia Earthquake: राष्ट्रीय आपदा एजेंसी ने बताया कि सियांजुर क्षेत्र में दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इनमें एक अस्पताल और एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल शामिल है। सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से शेयर किए गए वीडियो में भूकंप के दौरान इमारतों को हिलते हुए देखा जा सकता है।
Indonesia Earthquake: भूकंप के कारण शहर की इमारतें हिलने लगीं, जिसके बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर सड़कों पर निकल आए। इस दौरान लोगों ने कई सेकंड तक सड़कों पर कंपन महसूस किए। इंडोनेशिया के स्थानीय मीडिया ने सियानजुर में कई इमारतों को हिलते हुए दिखाया।
Indonesia Earthquake: भूकंप से एक स्कूल सहित दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और लोगों को अपनी जान बचाने के लिए सड़कों और गलियों में खड़े होना पड़ा। US जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि 5.4 तीव्रता का भूकंप पश्चिम जावा प्रांत के सियांजुर क्षेत्र में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में केंद्रित था।
Indonesia Earthquake: सियांजुर जिला स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि घरों सहित दर्जनों इमारते क्षतिग्रस्त हो गईं है। दक्षिण जकार्ता में एक कर्मचारी विडी प्रिमाधनिया ने कहा कि भूकंप बहुत तेज महसूस हुआ। मेरे सहयोगियों और मैंने 9वीं मंजिल पर इमरजेंसी सीढ़ियों के साथ ऑफिस से बाहर निकलने का फैसला किया।
Indonesia Earthquake: विशाल द्वीपसमूह राष्ट्र में अक्सर भूकंप आते हैं, लेकिन जकार्ता में उन्हें महसूस करना असामान्य है। इंडोनेशिया, 27 करोड़ से अधिक लोगों का एक विशाल द्वीपसमूह भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट और सूनामी से अक्सर प्रभावित होता रहता है।
Indonesia Earthquake: इस साल फरवरी में, पश्चिम सुमात्रा प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई थी और 460 से अधिक घायल हो हुए थे। इसके अलावा जनवरी 2021 में, पश्चिम सुलावेसी प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप से 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 6,500 लोग घायल हो गए थे।
Indonesia Earthquake: भूकंप के झटकों से लोग डर गए और घरों से बाहर आ गए। स्थानीय न्यूज चैनलों पर क्षतिग्रस्त इमारतें, मलबा और क्षतिग्रस्त कारों की तस्वीरें दिखाई जा रही हैं।