Retirement planning mistakes: रिटायरमेंट की प्लानिंग अक्सर लोग बचत तक ही सीमित मान लेते हैं, जबकि असल तैयारी इससे कहीं ज्यादा गहरी होती है। छोटी-छोटी गलतियां आपके सालों की मेहनत को कमजोर कर सकती हैं। यहां जानिए वे आम रिटायरमेंट मिस्टेक जिन्हें टालना जरूरी है।
1. हकीकत से बेमेल लक्ष्य होना
रिटायरमेंट के लिए बहुत बड़े सपने देखना और कमाई सीमित होना आपको निराशा में डाल सकता है। अपने लक्ष्य को समय-समय पर हालात के हिसाब से बदलते रहना जरूरी है। जितनी क्षमता है उतनी योजना बनाएं और धीरे-धीरे सेफ्टी नेट को मजबूत करें।
2. महंगाई का असर भूल जाना
आज की बचत भविष्य में उतनी बड़ी नहीं दिखेगी, क्योंकि महंगाई हर साल पैसों की कीमत घटाती है। अगर आप इसे प्लान में नहीं जोड़ते तो रिटायरमेंट के समय मुश्किल हो सकती है। लंबी अवधि के लिए इक्विटी जैसे निवेश ही महंगाई को मात दे सकते हैं।
3. इमरजेंसी फंड न रखना
कई लोग रिटायरमेंट प्लानिंग करते वक्त आपात स्थिति को भूल जाते हैं। अचानक मेडिकल खर्च, घर की मरम्मत या परिवार की मदद जैसी स्थिति सामने आ सकती है। अगर आपके पास इमरजेंसी फंड है तो आपको निवेश तोड़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
4. EPF से जल्द निकासी करना
EPF आपकी रिटायरमेंट सिक्योरिटी के लिए बना है, लेकिन लोग इसे घर खरीदने या बड़े खर्चों के लिए तोड़ देते हैं। इससे भविष्य में आर्थिक दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं। बेहतर यही है कि EPF को आखिरी समय तक सुरक्षित रखा जाए।
5. PPF को नजरअंदाज करना
कई लोग PPF जैसे सुरक्षित और टैक्स-फ्री विकल्प को हल्के में लेते हैं। यह लंबी अवधि में बड़ी रकम बनाने का भरोसेमंद साधन है। छोटे-छोटे निवेश भी समय के साथ कंपाउंड होकर अच्छी बचत दे सकते हैं।
6. हेल्थ इंश्योरेंस न लेना
रिटायरमेंट के बाद मेडिकल खर्च सबसे बड़ी चुनौती बन सकते हैं। सिर्फ नौकरी वाले हेल्थ कवर पर भरोसा करना खतरनाक है क्योंकि रिटायरमेंट के बाद वह खत्म हो जाता है। जल्दी उम्र में हेल्थ इंश्योरेंस लेने से प्रीमियम भी कम रहता है।
7. टर्म इंश्योरेंस की अनदेखी करना
लाइफ इंश्योरेंस का सही कवरेज परिवार की सुरक्षा के लिए जरूरी है। कम से कम अपनी सालाना कमाई के 10-15 गुना का टर्म प्लान लेना चाहिए। जैसे-जैसे जिम्मेदारियां घटें, पॉलिसी का आकार भी समय पर बदलना जरूरी है।
8. खर्च और फीस की तुलना न करना
कई बार लोग निवेश चुनते समय उसमें छिपे चार्जेज या फीस पर ध्यान नहीं देते। लंबे समय में यही छोटे-छोटे खर्च लाखों तक पहुंच सकते हैं। हमेशा कम खर्च वाले म्यूचुअल फंड और ऑनलाइन पॉलिसी चुनना समझदारी है।
9. देर से निवेश शुरू करना
रिटायरमेंट की सबसे बड़ी गलती है प्लानिंग टालना। अगर आप जल्दी शुरुआत करते हैं तो कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है। देर से शुरुआत करने पर आपको हर महीने बहुत ज्यादा रकम बचानी पड़ती है, जिससे लक्ष्य पाना मुश्किल हो जाता है।
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10. सही एसेट एलोकेशन न करना
कई लोग रिटायरमेंट बचत में केवल सुरक्षित निवेश चुनते हैं और इक्विटी से दूरी बना लेते हैं। लेकिन लंबी अवधि में इक्विटी ही आपकी बचत को बढ़ाती है। सही बैलेंस बनाना भी जरूरी है। कर्ज, इक्विटी और थोड़ी हिस्सेदारी गोल्ड-सिल्वर में भी रखें।