पर्सनल लोन लेते वक्त हम अक्सर सिर्फ EMI और ब्याज दर पर ध्यान देते हैं।
पर्सनल लोन लेने से पहले जान लें ये 6 छिपे चार्ज
पर्सनल लोन लेना आसान है, लेकिन कई बार हम उन छिपे खर्चों को नजरअंदाज कर देते हैं जो बाद में बड़ी मुसीबत बन जाते हैं।
प्रोसेसिंग फीस
लोन मिलने से पहले ही कट जाता है पैसा
बैंक या NBFC 1-3% तक प्रोसेसिंग फीस लेते हैं। अगर आपने 5 लाख रुपये का लोन लिया और फीस 2% है, तो आपको 4.9 लाख रुपये ही मिलेंगे लेकिन लौटाना 5 लाख रुपये पड़ेगा।
प्रीपेमेंट / फोरक्लोजर चार्ज
जल्दी चुकाने पर भी जुर्माना!
अगर आप तय समय से पहले लोन चुकाते हैं तो 2% से 5% तक फोरक्लोजर चार्ज लगता है। ये चार्ज बचत से ज्यादा ना हो, तभी प्रीपेमेंट करें।
लेट पेमेंट और EMI बाउंस फीस
देर हुई तो लगेगा चार्ज
EMI बाउंस होने पर 500 से 1,000 रुपये तक का फाइन लग सकता है। इससे क्रेडिट स्कोर भी गिर सकता है। ध्यान रखें कि अकाउंट में बैलेंस हो।
बीमा का छुपा हुआ खर्च
अनचाही इंश्योरेंस पॉलिसी जोड़ दी जाती है
कई बार लोन में पर्सनल एक्सीडेंट या लोन प्रोटेक्शन इंश्योरेंस जोड़ दिया जाता है और उस पर भी ब्याज लगता है। पॉलिसी अनिवार्य नहीं है, साफ-साफ पूछें।
GST हर चार्ज पर
हर फीस पर लगेगा 18% GST
प्रोसेसिंग फीस, लेट पेमेंट, फोरक्लोज़र—हर चार्ज पर 18% GST भी जुड़ता है। यह कुल लोन कॉस्ट को और बढ़ा देता है। न लेते समय EMI कम होने से खुश न हों, सभी चार्ज को जोड़कर ही असली खर्च का अंदाजा लगाएं।
क्या पूछना चाहिए बैंक से?
ये सवाल जरूर करें
प्रोसेसिंग फीस कितनी है?
फोरक्लोजर चार्ज?
कोई इंश्योरेंस शामिल है?
कुल GST कितना लगेगा?
समझदारी से लोन लें
जानकारी में ही सुरक्षा है
पर्सनल लोन जरूरी हो सकता है, लेकिन बिना पूरी जानकारी के लोन लेना आपको कर्ज के जाल में फंसा सकता है। सावधानी और समझदारी से फैसला लें।