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भारत की 7 बड़ी गोल्ड माइन्स, हर साल निकलता है इतना सोना

मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में जमीन के गहरे भीतर भारी मात्रा में सोने के भंडार मिलने की पुष्टि हुई है। शुरुआती सर्वे बताते हैं कि ये सोना करीब 100 हेक्टेयर में फैला है और इसकी मात्रा लाखों टन तक हो सकती है। अगर यह पूरी तरह साबित हो गया, तो जबलपुर देश के सबसे बड़े मिनरल हब में शामिल हो सकता है और यहां की अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव ला सकता है

अपडेटेड Aug 11, 2025 पर 17:57
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मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में जमीन के गहरे भीतर भारी मात्रा में सोने के भंडार मिलने की पुष्टि हुई है। शुरुआती सर्वे बताते हैं कि ये सोना करीब 100 हेक्टेयर में फैला है और इसकी मात्रा लाखों टन तक हो सकती है

जबलपुर की धरती में ‘सोने का खजाना’
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में जमीन के नीचे भारी मात्रा में सोने का भंडार मिला है। यह खोज इलाके की किस्मत बदल सकती है।

100 हेक्टेयर में फैला सोना
सर्वे में पता चला है कि सोना लगभग 100 हेक्टेयर एरिया में फैला है और मात्रा लाखों टन हो सकती है।

सोना — भारत का अनमोल रतन
शादियों, त्योहारों और निवेशसोना भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा है।

भारत के सोने के भंडार
31 मार्च 2025 तक भारत में कुल अनुमानित सोने का भंडार करीब 879.58 मीट्रिक टन है।

हट्टी गोल्ड माइंस, कर्नाटक
देश की सबसे पुरानी और बड़ी सोने की खान। हर साल लगभग 1.8 टन सोना निकालती है, 2000 साल से इतिहास जुड़ा है।

कोलार गोल्ड फील्ड्स (KGF)
1880 में ब्रिटिश शासन में शुरू, 2001 तक करीब 800 टन सोना निकला। अब इसे नई तकनीक से फिर शुरू करने की योजना है।

सोनभद्र, उत्तर प्रदेश
2020 में संभावित सोने के भंडार की खोज हुई। भविष्य में यूपी का सोना हब बन सकता है।

आंध्र प्रदेश की सोने की खदानें
रामगिरी गोल्ड फील्ड और चिगरगुंटा-बिसनाथम, दोनों ऐतिहासिक और संभावनाओं से भरी जगहें।