गांव और शहर दोनों में बहुत तरक्की हुई है। शहरों के मुकाबले गांवों में करीब 20 फीसदी ज्यादा खपत देखने को मिल रही है। गांवों में कुल खपत में अनाज पर होने वाला खर्च घटा है। 2011-12 से 2022-23 के बीच गांवों में खर्च करने की रफ्तार 164 फीसदी बढ़ी है। वहीं, शहरों में खर्च करने की रफ्तार 146 फीसदी बढ़ी है
अपडेटेड Feb 26, 2024 पर 12:06