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Ford भारत में तीन साल बाद वापसी के लिए तैयार, इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट पर होगा फोकस

अपनी री-एंट्री स्ट्रेटेजी के तहत Ford ने तमिलनाडु सरकार को एक लेटर ऑफ इंटेंट सबमिट किया है, जिसमें चेन्नई प्लांट को मुख्य रूप से एक्सपोर्ट के लिए फिर से इस्तेमाल करने का इरादा व्यक्त किया गया है। यह घोषणा फोर्ड लीडरशिप की राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के साथ उनकी हाल की अमेरिका यात्रा के दौरान हुई मुलाकात के बाद की गई

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 23, 2024 पर 6:26 PM
Ford भारत में तीन साल बाद वापसी के लिए तैयार, इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट पर होगा फोकस
फोर्ड मोटर कंपनी तीन साल के बाद भारत में वापसी के लिए तैयार है।

फोर्ड मोटर कंपनी (Ford Motor) तीन साल के बाद भारत में वापसी के लिए तैयार है। कंपनी का फोकस अब ग्लोबल मार्केट के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल के प्रोडक्शन पर होगा। कंपनी डिमांड और टेक्नोलॉजी में बदलावों के साथ अपनी स्ट्रेटेजी को एडजस्ट कर रही है। यह जानकारी कंपनी की रणनीति से परिचित शख्स ने दी। बता दें कि लगातार घाटे की वजह से फोर्ड मोटर ने सितंबर 2021 में भारत में अपना कारोबार बंद दिया था। कंपटीशन में बने रहने के लिए कंपनी को संघर्ष करना पड़ा और इसके बाद फोर्ड ने भारतीय बाजार में अपना कारोबार समेट लिया।

बंद हो गए थे Ford के प्लांट

फोर्ड ने Figo, EcoSport, Endeavour और Aspire जैसे मॉडलों के साथ ICE व्हीकल सेगमेंट में मजबूत जगह बनाई। इसने गुजरात के साणंद में एक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी ऑपरेट की, जिसे 2022 में टाटा मोटर्स को बेच दिया गया। इसके अलावा, चेन्नई के पास मराईमलाई नगर में एक और फैसिलिटी थी, जिसे जुलाई 2022 में बंद कर दिया गया। हालांकि, अब जैसे-जैसे ग्लोबल ऑटोमोटिव मार्केट EVs की ओर बढ़ रहा है, फोर्ड भविष्य के लिए खुद को तैयार कर रहा है।

Ford का फोकस EV मार्केट पर

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