केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार 11 अक्टूबर को जापानी कार कंपनी टोयोटा की बहुप्रतीक्षित मॉडल, टोयोटा कोरोला एल्टिस हाइब्रिड (Toyota Corolla Altis Hybrid) को भारत में लॉन्च किया। यह अपनी तरह की पहली फ्लेक्स फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (FFV-SHEV) है, जो 100 फीसदी एथनॉल पर चल सकती है।
टोयोटा ने इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर भारत में लॉन्च किया है और इसके लिए इसे टोयोटा ब्राजील से इंपोर्ट किया गया है। नितिन गडकरी ने इस मौके पर कहा कि भारत में प्रदूषण एक बड़ी चिंता है और ट्रांसपोर्ट सेक्टर इस प्रदूषण में अहम योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा, "इसलिए, एथनॉल और मेथनॉल जैसे जैव ईंधन पर चलने वाले इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने की जरूरत है।"
गडकरी के अलावा इस मौके पर केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे, भूपिंदर यादव और टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के सीनियर ऑफिसर्स भी मौजूद थे। ब्राजील में, फ्लेक्स फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी को टोयोटा ब्राजील पहले ही पेश कर चुकी है।
फ्लेक्स फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (FFV-SHEV) ऐसे मजबूत हाइ्ब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों को कहते हैं, जो एक से अधिक प्रकार के ईंधन या फ्यूल से चलते हैं। फिलहाल इस तरह के वाहन अमेरिका, ब्राज़ील और कनाडा में चलते हैं।
इनमें एक फ्लेक्स-फ्यूल इंजन और एक इलेक्ट्रिक पावरट्रेन होता है। इस तरह यह एथनॉल के अधिक इस्तेमाल और अधिक फ्यूल एफिशिएंसी का दोहरा लाभ मुहैया करता है, क्योंकि यह अपने EV मोड पर एक खास समय अवधि तक चल सकता है, जिस दौरान इंजन बंद हो जाता है। आमतौर पर, पेट्रोल में एथनॉल या मेथनॉल के मिश्रण का इस्तेमाल किया जाता है।
क्या होगा फ्लेक्स-फ्यूल कार का फायदा?
फ्लेक्स फ्यूल कार का एक बड़ा लाभ ये है कि कार के मालिक इसे किसी भी समय एथेनॉल पर स्विच कर सकते हैं। पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों के चलते Flex-Fuel कार के मालिकों के पास फ्यूल के ज्यादा और सस्ते विकल्प उपलब्ध होंगे। भारत में फिलहाल एथेनॉल की कीमत पेट्रोल से काफी कम है। तो जाहिर है, फ्लेक्स-कार मालिकों की जेब में अधिक पैसा बचेगा। साथ ही ये पॉल्यूशन भी काफी कम करेगा।