एपल (Apple) ने भारत समेत 92 देशों के अपने यूजर्स को थ्रेट नोटिफिकेशन भेजा है। यह नोटिफिकेशन 10 अप्रैल को भेजा गया। नोटिफिकेशन में चेतावनी दी गई है कि यूजर्स को स्पाइवेयर हमलों के जरिये टारगेट किया जा सकता है। एपल ने iPhone पर पैगासस जैसे स्पायवेयर अटैक का खतरा जताया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईफोन यूजर्स को 'मर्सेनरी स्पाइवेयर' के जरिये टारगेट किया जा रहा है, ताकि iPhone को एक्सेस किया जा सके।
इसे लेकर कंपनी ने उन देशों के अपने यूजर्स को चेतावनी भरी ईमेल भेजी है, जो इस हमले के संभावित शिकार हो सकते हैं। यह स्पायवेयर इजरायल के NSO ग्रुप के पेगासस की तरह है। इसका मकसद डिवाइस का अनऑथराइज्ड एक्सेस हासिल करना है। मर्सेनरी स्पाइवेयर अटैकर बहुत कम संख्या में कुछ खास लोगों और उनके डिवाइसेज को टारेगट करने के लिए काफी ज्यादा संसाधनों का इस्तेमाल करते हैं। इन स्पाइवेयर अटैक्स का खर्च लाखों डॉलर होता है। उनका पता लगाना और रोकना बहुत कठिन होता है।
एपल की तरफ से भेजी गई ईमेल में लिखा गया है, 'एपल ने पाया है कि आप एक 'मर्सेनरी स्पाइवेयर' अटैक का शिकार हो रहे हैं, जो आपके Apple ID -xxx- से जुड़े iPhone को दूर से ही हैक करने की कोशिश कर रहा है। कृपया इसे गंभीरता से लें।' रिपोर्ट में कहा गया है कि एपल की ओर से जारी थ्रेट नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है, जो हालात की गंभीरता को दिखाता है।
थ्रेट नोटिफिकेशन में इस स्पाइवेयर अटैक को रेगुलर कंज्यूमर मालवेयर की तुलना में कहीं अधिक दुर्लभ और संगठित बताया गया है। नोटिफिकेशन में कहा गया है, 'मर्सनरी स्पाइवेयर' अटैक आमतौर पर यूजर्स के एपल ID का इस्तेमाल करके चुना जाता है, जो दिखाता है कि यह अटैक व्यक्ति की पहचान या एक्टिविटी के आधार पर किया गया है।'
स्पाइवेयर आपकी जानकारी या अनुमति के बिना आपके डिवाइस पर इंस्टॉल हो जाता है। यह गुप्त रूप से आपके बारे में जानकारी इकट्ठा करता है। इसमें ईमेल, पासवर्ड, इंटरनेट बैंकिंग, लॉग इन डिटेल्स जैसी जानकारी शामिल होती हैं।