News18 Rising Bharat Summit 2025: पिछले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सहित दुनिया के 60 देशों पर आयातित सभी वस्तुओं पर टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। यह 9 अप्रैल से प्रभावी हो गया है। ट्रंप के इस ऐलान से दुनियाभर में हाहाकार मचा हुआ है। एक्सपर्ट के मुताबिक, इस टैरिफ का असर भारत में मोबाइल फोन की कीमतों पर पड़ेगा। न्यूज 18 के 'राइजिंग इंडिया समिट 2025' के कार्यक्रम में पहुंचे दिग्गज मोबाइल कंपनी नथिंग के को-फाउंडर अकीस इवेंजेलिडिस ने बताया कि नए टैरिफ से स्मार्टफोन की कीमतों पर थोड़ा असर जरूर पड़ेगा। हालांकि, इससे स्मार्टफोन ग्राहक ज्यादा प्रभावित नहीं होंगे।
इवेंजेलिडिस ने कहा कि अमेरिका की ओर से भारत पर टैरिफ लगाए जाने के बाद मोबाइल फोन की कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, उन्होंने इस बात का इशारा जरूर किया कि इससे स्मार्टफोन की कीमतों पर थोड़ा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्मार्टफोन के दाम बढ़ सकते हैं।
हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत में Apple और Samsung सहित तमाम कंपनियां अपनी प्रोडक्शन यूनिट लगा रही हैं। इसके बाद भारत से निकले सामान अमेरिकी बाजार में जाकर महंगे हो जाएंगे, लेकिन कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
इवेंजेलिडिस ने कहा कि अमेरिका की हालिया टैरिफ पॉलिसी ने कंपनी को प्रभावित किया है। उन्होंने कहा कि इससे अमेरिका के बाहर कहीं भी इसका प्रोडक्शन होने पर कीमतों पर असर पड़ेगा। भारत में Nothing स्मार्टफोन के मैन्युफैक्चरिंग की योजनाओं पर उन्होंने कहा कि भारतीय मार्केट आज टेक्नोलॉजी को लेकर काफी तेजी से बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि दुनियाभर के टेक दिग्गज अपनी प्रोडक्शन यूनिट यहां लगा रही हैं। उन्होंने भविष्य में इस पर आगे बढ़ने की संभावनओं से इनकार नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने समझाया कि लोग अपने जीवन और काम में AI को कैसे शामिल कर सकते हैं। हालांकि, AI के उपयोग में गोपनीयता को लेकर भी उन्होंने अपनी चिंताएं व्यक्त की।
न्यूज 18 राइजिंग इंडिया सम्मेलन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जवाबी शुल्क का प्रभाव फिलहाल पता नहीं है। इस स्थिति से निपटने के लिए नई दिल्ली की रणनीति इस साल के अंत तक वाशिंगटन के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौता करना है।
टैरिफ को लेकर अमेरिकी नीति पर पहली विस्तृत प्रतिक्रिया के तहत जयशंकर ने कहा कि भारत शायद एकमात्र देश है जो ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद वाशिंगटन के साथ व्यापार सौदे को अंतिम रूप देने के लिए समझ कायम करने के स्तर तक पहुंच गया है।
विदेश मंत्री ने भारत समेत लगभग पांच देशों के खिलाफ व्यापक शुल्क लागू होने के कुछ घंटों बाद यह टिप्पणी की है। इससे बड़े पैमाने पर व्यापार व्यवधान और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका पैदा हो गई। भारत उन देशों में से एक है, जिन्होंने इस मामले पर प्रतिक्रिया देने में सतर्क रुख अपनाया है।