China Data : चीन को जुलाई में लगा झटका, कंज्यूमर और फैक्ट्री डाटा अनुमान से कमजोर

वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी कैटेगरीज में से एक ऑटो की सेल्स में 9.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। गोल्ड, सिल्वर और ज्वेलरी कैटेगरी में सबसे ज्यादा 22.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई

अपडेटेड Aug 15, 2022 पर 11:06 AM
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चीन में एक साल पहले की तुलना में रिटेल सेल्स (Retail sales) में 2.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो रॉयटर्स पोल के 5 फीसदी ग्रोथ के अनुमान से कम रही

China s consumer and factory data : चीन का जुलाई का कंज्यूमर और फैक्ट्री डाटा अनुमान से कमजोर रहा है। एक साल पहले की तुलना में रिटेल सेल्स (Retail sales) में 2.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो रॉयटर्स पोल के 5 फीसदी ग्रोथ के अनुमान से कम रही। वहीं जून में ग्रोथ 3.1 फीसदी रही थी। नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के सोमवार को जारी आंकड़ों से यह बात सामने आई है।

ऑटो सेल्स में शानदार बढ़ोतरी

रिटेल सेल्स के भीतर केटरिंग, फर्नीचर और कंस्ट्रक्शन से जुड़ी कैटेगरी में गिरावट दर्ज की गई। वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी कैटेगरीज में से एक ऑटो की सेल्स में 9.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। गोल्ड, सिल्वर और ज्वेलरी कैटेगरी में सबसे ज्यादा 22.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।


इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की ग्रोथ अनुमान से कमजोर

वहीं इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 3.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो 4.6 फीसदी ग्रोथ के अनुमान से कमतर रहा और पिछले महीने में रही 3.9 फीसदी की बढ़ोतरी से भी कम रहा।

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फिक्स्ड एसेट इनवेस्टमेंट में एक साल पहले की तुलना में 5.7 फीसदी ग्रोथ रही और यह सात महीनों में पहली बढ़ोतरी थी। हालांकि, यह भी 6.2 फीसदी ग्रोथ के अनुमान से कम रहा।

मैन्यूफैक्चरिंग में इनवेस्टमेंट ग्रोथ अनुमान से कम

रियल एस्टेट में इनवेस्टमेंट में जून की तुलना में जुलाई में ज्यादा तेज गिरावट रही, वहीं मैन्यूफैक्चरिंग में इनवेस्टमेंट ग्रोथ की रफ्तार में सुस्ती देखने को मिली। वहीं जून की तुलना में जुलाई में इन्फ्रास्ट्रक्चर में कुछ तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई।

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चीन के 16 से 24 साल तक उम्र के युवाओं में बेरोजगारी का डाटा खासा ज्यादा 19.9 फीसदी रहा। वहीं सभी उम्र के लोगों में बेरोजगारी दर 5.4 फीसदी रही।

बनी हुई है रिकवरी की स्थिति

स्टैटिस्टिक्स ब्यूरो ने एक बयान में कहा, देश की इकोनॉमी में रिकवरी की स्थिति बनी हुई है। लेकिन उसने वैश्विक स्तर पर ‘स्टैगफ्लेशन रिस्क’ (stagflation risks) को लेकर आगाह करते हुए कहा कि “घरेलू इकोनॉमी में रिकवरी की नींव को मजबूती मिलना बाकी है।” स्टैगफ्लेशन रिस्क का मतलब ऐसे दौर से है, जब महंगाई के साथ बेरोजगारी भी बढ़ती है।

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