चीन में कोरोना के बाद अब HMPV Virus आतंक मचा रहा है। वायरस तेजी से फैल रहा है, जिसके चलते कई देश अलर्ट मोड पर है। अब इस वायरस का भारत में भी दो केस सामने आए हैं। चीन के बाद मलेशिया में HMPV वायरस के मामले सबसे ज्यादा बढ़े हैं। मलेशिया में साल 2024 में 327 एचएमपीवी मामले दर्ज किए गए, जो 2023 में 225 मामलों के मुकाबले 45 फीसदी अधिक हैं। यह वृद्धि चीन सहित अन्य देशों में बढ़ती फेफड़े संबंधी बीमारियों की रिपोर्टों के बीच हुई है। मलेशिया में भी HMPV वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सरकार ने इस बारे में गाइडलाइंस भी जारी कर दी है।
चीन में कोरोना वायरस महामारी के 5 साल बाद इस नए वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। चीन के अस्पताल मरीजों से खचाखच भरे हुए हैं। बच्चे और बुजुर्ग इसकी चपेट में सबसे ज्यादा आ रहे हैं। कुछ लोगों का आरोप है कि इन्फ्लूएंजा A, HMPV, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और COVID-19 समेत कई वायरस एक साथ फैल रहे हैं।
क्या चीन में आपातकाल घोषित?
सोशल मीडिया में कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं। जिससे पता चलता है कि चीन में इस वायरस से हड़कंप मचा हुआ है। लोग अस्पतालों की ओर भाग रहे हैं। इस बीच दावा किया जा रहा है कि चीन ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है। लेकिन इस बारे में चीन ने अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया है। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। HMPV से संक्रमित मरीजों में फ्लू जैसे लक्षण नजर आते हैं। इसके अलावा HMPV वायरस से संक्रमित होने पर COVID-19 जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं। चीनी चीनी स्वास्थ्य अधिकारी HMPV वायरस पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं।
चीन ने कहा- चिंता की जरूरत नहीं
कई सोशल मीडिया में दावा किया गया है कि चीनी HMPV वायरस से हालात बेहद खस्ता हैं। इसबीच चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि HMPV वायरस से चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। सर्दी बढ़ने की वजह से सांस संबंधी बीमारियों में इजाफा हुआ है। पर्यटक बेहिचक पूरे देश में कहीं भी घूम-फिर सकते हैं। देश में यात्रा करना पूरी तरह से सुरक्षित है।
हॉन्गकॉन्ग और जापान समेत कई देश अलर्ट
वहीं HMPV वायरस से संक्रमित मरीज हॉन्गकॉन्ग में भी सामने आए हैं। हालांकि यहां मामलों की संख्या बेहद कम है। दक्षिण अफ्रीकी ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (एसएबीसी) समाचार रिपोर्ट के अनुसार, जापान समेत पड़ोसी देश भी HMPV की स्थिति पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं। जापान ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि जापान में इन्फ्लूएंजा हजारों मामले सामने आ चुके हैं। 15 दिसंबर, 2024 तक 94,259 संक्रमित मरीज सामने आए हैं।