How Covid Spread: कोरोना महामारी के खतरे ने पूरी दुनिया को लगभग ठप्प कर दिया था। हालांकि इसकी शुरुआत कहां से हुई, इसके बारे में अमेरिका पक्के तौर पर कुछ कहने में सक्षम नहीं था। यह खुलासा एक गोपनीय रिपोर्ट से हुआ है। 2019 के आखिरी महीने में चीन के वुहान लैब में काम करने वाले वैज्ञानिक बीमार पड़ गए थे और अमेरिकी इंटेलीजेंस एजेंसियां इस बात का पता नहीं लगा सकीं कि क्या उन्हें कोरोना हुआ था। यह गोपनीय रिपोर्ट शुक्रवार को जारी हुई है।
डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलीजेंस के ऑफिस ने वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के वैज्ञानिकों के बारे में रिपोर्ट जारी की है जो 2019 में बीमार पड़े थे और इसके कुछ समय बाद ही कोरोना का पहला मामला सामने आया था। इसके अलावा रिपोर्ट में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की लैब में कोरोना वायरस पर रिसर्च के बारे में भी जानकारी है। हालांकि लैब से कोरोना फैला, रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
चीन से अब भी जानकारियां मिलने का इंतजार
यह गोपनीय राष्ट्रपति जो बिडेन की मंजूरी के बाद आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने लैब से महामारी के फैलने से जुड़ी जांच की रिपोर्ट जाने करने के लिए जरूरी कानून को कई महीने के बाद मंजूरी दी, तब यह जारी हुआ है। हालांकि यह इस बहस को खत्म नहीं कर पा रही है कि कोरोना कैसे फैला। अमेरिकी इंटेलीजेंस ऑफिशियल्स अभी भी चीन से जानकारियां मांग रहे हैं ताकि इसके स्रोत का पता लगाया जा सके।
पहले ही जारी होनी थी रिपोर्ट
अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन ने कोविड-19 ओरिजिन एक्ट पर साइन कर इस महामारी के स्रोत का पता लगाने के लिए हर प्रकार के रास्ते अपनाने को मंजूरी दी थी। अब यह रिपोर्ट राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद जारी हुई है लेकिन इसे 18 जून तक ही जारी कर देना था। यह डेडलाइन मिस हो गई। राष्ट्रपति ने इस जारी करने के लिए मार्च में मंजूरी दी थी। खास बात यह है कि 18 जून के आस-पास अमेरिका के सेक्रेटरी ऑफ स्टेट एंटोनी ब्लिंकेन चीन के दौरे पर थे और वहां चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिले थे। पहले यह दौरा फरवरी में होना था लेकिन अमेरिका में चीन के जासूसी गुब्बारे के दिखने पर यह स्थगति हो गया था।
कैसे फैला कोरोना, इसे लेकर दो थ्योरी
कोरोना कैसे फैला, इसे लेकर अमेरिकी एजेंसियों का कहना है कि इसकी दो वजह हो सकती है। एक तो यह कि यह जानवरों से इंसानों में फैला और दूसरा कि यह वुहान लैब से निकला। इसे लेकर एजेंसियां एकमत नहीं हैं लेकिन इंटेलीजेंस कम्यूनिटी का मानना है कि इसे इरादतन बॉयो वेपन के तौर पर नहीं बनाया गया था।
एफबीआई और डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जी, दोनों का कहना है कि लैब-लीक थ्योरी संभव है। हालांकि ऐसा बहुत कम का मानना है और इस थ्योरी को ज्यादा लोग मान रहे हैं कि यह जानवरों से इंसानों में फैला। रिपोर्ट के मुताबिक अधिकतर खुफिया एजेंसियों ने इस बात से इनकार किया है कि कोरोना आनुवांशिक तौर पर बनाया गया हो या लैब में बनाया गया।