एक पाकिस्तानी यूनिवर्सिटी द्वारा एग्जाम में छात्रों से 'भाई और बहन के बीच संबंधों' को लेकर उनके विचार पूछे जाने पर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। पाकिस्तान के कई हस्तियों और छात्र संगठनों ने इस्लामाबाद स्थित कॉमसट्स (COMSATS) यूनिवर्सिटी के "अश्लील सवालों" की निंदा की है। सोशल मीडिया पर मांग की जा रही है कि वाइस चांसलर और चांसलर से इस सवाल को लेकर जवाब तलब किया जानाा चाहिए। इस्लामाबाद के शहजाद टाउन पुलिस स्टेशन में दी गई एक शिकायत में COMSATS यूनिवर्सिटी के एक आपत्तिजनक क्विज के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की गई है।
शिकायतकर्ता मुहम्मद अल्ताफ ने अपनी शिकायत में कहा कि इंग्लिश के एग्जाम पेपर में लेक्चरर ने एक अश्लील, आपत्तिजनक और अनैतिक सवाल पूछा जो इस्लामी शिक्षाओं और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ है। शिकायतकर्ता इस्लामाबाद के चक शहजाद इलाके का निवासी है और पाकिस्तान आइडियोलॉजी पार्टी के वकीलों की विंग का प्रेसिडेंट है।
प्रोफेसर को नौकरी ने निकाला गया
COMSATS यूनिवर्सिटी ने पहले सेमेस्टर के छात्रों से 300 शब्दों का एक निबंध लिखने के लिए कहा था जिसमें पूछा गया था कि क्या भाई और बहन के लिए "प्यार करना" ठीक है? इसी घोर आपत्तिजनक सवाल को लेकर पाकिस्तान में बवाल मचा हुआ है। उदाहरण और सवाल इतना अभद्र और आपत्तिजनक था कि प्रोफेसर को नौकरी से निकाल दिया गया है।
पाकिस्तान सरकार की सोशल मीडिया पर जमकर किरकिरी हो रही है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, शिकायतकर्ता ने कहा है कि यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उसने छात्रों के एग्जाम पेपर में अनैतिक और अश्लील सवाल जोड़कर इस्लामी शिक्षाओं के खिलाफ काम किया है।
वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट के मुताबिक, यह शर्मनाक सवाल बैचलर ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों को पिछले साल दिसंबर में पूछा गया था। सवाल में उदाहरण देते हए कहा गया था कि जूली और मार्क भाई-बहन हैं। वे कॉलेज से गर्मी की छुट्टी पर फ्रांस में एक साथ यात्रा कर रहे हैं। एक रात वे समुद्र तट के पास एक केबिन में अकेले रह रहे थे। उन्होंने फैसला किया कि अगर वे प्यार करेंगे, तो यह दिलचस्प और मजेदार होगा। कम से कम, यह उनमें से प्रत्येक के लिए एक नया अनुभव होगा।
सोशल मीडिया पर बवाल के बाद पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस विवादित सवाल पर संज्ञान लिया है। मंत्रालय ने यूनिवर्सिटी को मामले की जांच करने और दोषी अधिकारियों को कड़ी सजा देने का निर्देश दिया है। इस बीच समाज में अश्लीलता को बढ़ावा देने के आरोप में पाकिस्तानी नेताओं, पत्रकारों और मशहूर हस्तियों ने प्रोफेसर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।