PM Narendra Modi US Visit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दो दिवसीय यात्रा पर वाशिंगटन डीसी पहुंच गए हैं। अमेरिका में पीएम मोदी का जोरदार स्वागत हुआ। भारतीय समुदाय के लोगों ने पीएम मोदी के वाशिंगटन पहुंचने पर 'भारत माता की जय' और 'मोदी मोदी' के जमकर नारे लगाए। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात करेंगे। ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद उनकी पीएम मोदी के साथ पहली द्विपक्षीय बैठक होगी। पीएम मोदी की अमेरिका की 10वीं यात्रा है। वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी कुल 4 मुलाकात होगी।
ट्रंप से पहले पीएम मोदी दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति टेक दिग्गज एलॉन मस्क और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी एवं राजनीतिज्ञ विवेक रामास्वामी से मुलाकात करेंगे। ट्रंप से मुलाकात से पहले पीएम मोदी की अमेरिकी खुफिया एजेंसी (डीएनआई) की निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात हुई। खबरों से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज, टेस्ला के सीईओ एलॉन मस्क और भारतीय मूल के उद्यमी विवेक रामास्वामी के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
अमेरिका ने स्टील और एल्युमिनियम पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया है, जिसका भारतीय कंपनियों पर असर पड़ सकता है। पीएम मोदी और ट्रंप से चर्चा करके इस मुद्दे पर कुछ हल निकल सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच बहुप्रतीक्षित बैठक में पारस्परिक टैरिफ और इमिग्रेशन पर मुख्य ध्यान दिया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति अपने दूसरे कार्यकाल में दुनिया और उसके सहयोगियों के साथ अमेरिका के संबंधों को नया आकार देने का प्रयास कर रहे हैं।
ट्रंप के पिछले महीने दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली द्विपक्षीय वार्ता होगी। पीएम मोदी राजधानी के मध्य में स्थित अमेरिकी राष्ट्रपति के अतिथि गृह 'ब्लेयर हाउस' में ठहरे हैं। 'ब्लेयर हाउस' में पहुंचने पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों ने पीएम मोदी का जोरदार स्वागत किया। कड़ाके की ठंड और बारिश के बावजूद समुदाय के सदस्य ब्लेयर हाउस में एकत्र हुए।
तुलसी गबार्ड से की मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की। इस दौरान भारत-अमेरिका मित्रता पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि गबार्ड भारत-अमेरिका संबंधों की प्रबल समर्थक रही हैं। पीएम मोदी ने 43 वर्षीय हिंदू-अमेरिकी गबार्ड की देश की शीर्ष खुफिया अधिकारी के रूप में नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी। राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के रूप में गबार्ड की नियुक्ति को बुधवार को मंजूरी मिली थी।
ट्रंप प्रशासन के किसी शीर्ष नेतृत्व के साथ मोदी की यह दूसरी मुलाकात है। इससे पहले फ्रांस में रात्रिभोज के दौरान उन्होंने अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से मुलाकात की थी जो AI शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए वहां पहुंचे थे। ट्रंप की शुल्क नीति से दुनिया भर में मची हलचल के बीच पीएम मोदी की इस यात्रा की संभवत: यह प्राथमिकता होगी कि अमेरिका द्वारा भारत के खिलाफ की जा सकने वाली व्यापार संबंधी किसी भी कार्रवाई को रोका जा सके।
ट्रंप-मोदी के बीच क्या होगी बात?
भारत-अमेरिका संबंधों पर करीब से नजर रखने वाले विशेषज्ञों ने संभावना जताई कि दोनों पक्ष उच्च शुल्क से बचने और समग्र व्यापार समझौते पर विचार करने के विकल्प की संभावना तलाश रहे हैं। इस बैठक में पीएम मोदी और ट्रंप व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी और आव्रजन जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर व्यापक रूप से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि अपनी व्यक्तिगत मित्रता के लिए जाने जाने वाले मोदी और ट्रंप के बीच बैठक किस तरह का व्यापक संकेत देती है। बातचीत में आव्रजन और शुल्क जैसे संवेदनशील मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किए जाने की संभावना है।
प्रधानमंत्री की अमेरिकी राजधानी की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब कुछ दिन पहले ही ट्रंप प्रशासन ने 104 भारतीयों को हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर एक सैन्य विमान से उनके देश वापस भेजा था, जिससे भारत में आक्रोश फैल गया था। पिछले सप्ताह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में कहा था कि भारत यह सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका के संपर्क में है कि निर्वासित किए जाने वाले भारतीयों के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार नहीं हो। एक और बड़ा मुद्दा व्यापार का है क्योंकि ट्रंप की नीति प्रतिद्वंद्वियों और सहयोगियों दोनों पर शुल्क लगाने की है।
पिछले साल भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 130 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। दोनों नेताओं के बीच हिंद-प्रशांत, यूक्रेन और पश्चिम एशिया के घटनाक्रम की समग्र स्थिति पर भी चर्चा होने की संभावना है। पीएम मोदी और ट्रंप ने 27 जनवरी को फोन पर बातचीत के दौरान ऊर्जा एवं रक्षा के क्षेत्रों में भारत-अमेरिका सहयोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक विश्वसनीय साझेदारी की दिशा में काम करने का संकल्प जताया था।
प्रधानमंत्री मोदी पिछले महीने डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद उनसे मुलाकात करने वाले चौथे विदेशी नेता हैं। ट्रंप इससे पहले इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा और जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय से मुलाकात कर चुके हैं।