Twitter hack : ट्विटर के डेटाबेस में एक बड़ी सेंध लगने का मामला सामने आया है। एक अज्ञात यूजर ने एक हैकर फोरम पर बड़े स्तर पर ट्विटर से जुड़े डेटा पब्लिश कर दिया है। दावा किया गया है कि इसमें ट्विटर के 23 करोड़ से ज्यादा यूजर्स (Twitter users) के ईमेल एड्रेस और स्क्रीन नेम जैसी बेसिक जानकारियां शामिल हैं। बुधवार को पोस्ट किए गए इस डेटा में प्रमुख राजनेताओं, पत्रकारों और बैंकरों आदि के नाम और ईमेल एड्रेस दिए गए हैं। एक्सपर्ट्स ने कहा कि ट्विटर के सॉफ्टवेयर (Twitter software) में खामियों के चलते यह डेटा उड़ा लिया गया था। हालांकि, बाद में इस कमी को दूर कर लिया गया।
ट्विटर की बढ़ती जा रही हैं मुश्किलें
कंपनी से मिले डेटा के मुताबिक, जुलाई तक ट्विटर के डेली एक्टिव यूजर्स की संख्या 23.78 करोड़ थी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि डेटाबेस की तारीख 2021 की या एलॉन मस्क (Elon Musk) के कंपनी को खरीदने से पहले की हैं। इसके बावजूद यह कुछ यूजर्स के लिए एक रिस्क है। साथ ही यह घटना ट्विटर के लिए सिक्योरिटी से जुड़ा एक और सिरदर्द साबित हो सकती है।
क्या पुराने सॉफ्टवेयर पर काम कर रही है ट्विटर?
सितंबर में ट्विटर के पूर्व सिक्योरिटी चीफ पीटर मुद्गे जैट्को (Peiter “Mudge” Zatko) लॉमेकर्स और रेगुलेटर्स को बताया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पुराने सॉफ्टवेयर पर काम कर रहा है। 2020 में, फ्लोरिडा के एक किशोर पर हाई-प्रोफाइल ट्विटर खातों में सेंध लगाने का आरोप लगा था, जिसमें जो बिडेन, एलॉन मस्क और कान्ये वेस्ट शामिल थे।
पिछले महीने भी लीक हुआ था डेटा
इससे पहले पिछले महीने, ट्विटर के लगभग 40 करोड़ यूजर्स का डेटा लीक हो गया था। इस डेटा को डार्क वेब पर बिक्री के लिए डाला गया है। हैकर ने डेटा के वास्तविक होने के लिए सबूत के तौर पर यूजर्स के नाम, ईमेल, फॉलोअर्स की संख्या और कुछ यूजर्स के फोन नंबर भी दिए थे।