Rahul Gandhi in US: अमेरिका के दौरे पर गए विपक्ष के नेता राहुल गांधी की अक्सर 'भारत विरोधी' बयान देने वाली अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से वाशिंगटन में हुई मुलाकात पर राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। इल्हान उमर अपने भारत विरोधी रुख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बयान देने के लिए जानी जाती हैं। वाशिंगटन में राहुल गांधी ने इस दौरान कई अन्य अमेरिकी सांसदों से भी मुलाकात की। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने राहुल गांधी की इल्हान से हुई मुलाकात पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इल्हान उमर पाकिस्तान परस्ती के लिए जानी जाती हैं। इल्हान उमर का पाकिस्तान के प्रति हमेशा से ही नरम रुख रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यही नहीं, वह जम्मू-कश्मीर के भारत का हिस्सा होने पर भी सवाल उठा चुकी है। लेकिन हैरानी की बात है कि राहुल गांधी इल्हान उमर जैसे शरारती तत्वों से भी मुलाकात कर रहे हैं। वह भारत की अस्मिता को ठेस पहुंचाने वाले लोगों से लगातार मिल रहे हैं। ताज्जुब की बात है कि ऐसे लोगों के साथ राहुल गांधी को लगातार अपनी मित्रता प्रगाढ़ करने में कोई हर्ज नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि अब यह कहने में कोई हर्ज नहीं होना चाहिए कि राहुल गांधी भारत के विरोध में विदेशी मंच पर एक प्रोपेगेंडा तैयार कर रहे हैं। राहुल गांधी लगातार वैश्विक मंच पर भारत के संबंध में विवादित बयान दे रहे हैं। गोयल ने कहा कि हैरानी की बात है कि पूरी कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के साथ एकजुट खड़ी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है।
इजराइल की आलोचक, कमला हैरिस की समर्थक और कश्मीर पर पाकिस्तान के समर्थन में विचार रखने वाली भारत की आलोचक इल्हान उमर एक विवादास्पद अमेरिकी सांसद हैं। उमर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में मिनेसोटा के 5वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट की प्रतिनिधि हैं। यह मिनियापोलिस और आस-पास के उपनगरों को कवर करती हैं। उन्होंने जनवरी 2019 में पदभार संभाला था। कांग्रेस (अमेरिकी संसद) में शामिल होने वाली वह पहली अफ्रीकी शरणार्थी बनीं। साथ ही मिनेसोटा का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली अश्वेत महिला और अमेरिकी संसद के लिए चुनी गई पहली दो मुस्लिम-अमेरिकी महिलाओं में से एक हैं।
सोमालिया में जन्मी उमर और उनका परिवार आठ साल की उम्र में देश के गृहयुद्ध से भाग गए थे। 1990 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका में शिफ्ट होने से पहले उन्होंने केन्याई शरणार्थी शिविर में चार साल बिताए। 1997 में उनका परिवार मिनियापोलिस में बस गया।
'भारत विरोधी' के तौर पर चर्चित
इल्हान उमर अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की कट्टर समर्थक हैं। अमेरिकी संसद के लिए चुनी गई पहली अफ्रीकी शरणार्थी उमर ने 2022 में डेमोक्रेट कांग्रेसवुमन के रूप में अपने पहले कार्यकाल में भारत विरोधी प्रस्ताव पेश किया था। इसमें कहा गया था कि भारत धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करने का दोषी है। यह उनके पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर जाने के कुछ समय बाद हुआ था, जिस यात्रा की भारत ने निंदा की थी।
उमर इजराइल की भी कट्टर आलोचक हैं। इजराइल को हथियार आपूर्ति करने के लिए वह अपनी ही सरकार पर हमला बोलती रही हैं। पिछले महीने शिकागो में डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन (DNC) में फिलिस्तीन के पक्ष में धरना देते हुए उन्होंने कहा था, "अगर आप वाकई युद्ध विराम चाहते हैं, तो आपको हथियार भेजना बंद कर देना चाहिए।" उमर ने डोनाल्ड ट्रंप के प्रति अपनी घृणा भी जाहिर की थी।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, "वह दुखी लग रहे हैं।" उन्होंने ट्रंप और कमला हैरिस के बीच राष्ट्रपति पद की डिबेट के बाद यह पोस्ट किया था। उमर ने पिछले महीने कहा था कि ट्रंप ने कसम खाई थी कि अगर वे फिर से चुने गए तो वे पहले दिन से ही तानाशाह बन जाएंगे। इसलिए उन्हें हराना होगा। उन्होंने ट्रंप पर "खतरनाक मुस्लिम विरोधी झूठ" बोलने का भी आरोप लगाया है।
उमर 'द स्क्वाड' की सदस्य हैं। यह डेमोक्रेटिक पार्टी का एक समूह है जो नियमित रूप से डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देता है। इल्हान उमर अमेरिकी राजनीति की सबसे प्रगतिशील आवाजों में से एक हैं। उन्हें 2016 में मिनेसोटा के प्रतिनिधि सभा के लिए चुना गया था। 2018 में वह अमेरिकी सदन में शामिल हुईं।
उनके पति टिम माइनेट भी इन दिनों सुर्खियां बटोर रहे हैं। उनके राजनीतिक करियर को वह लगातार प्रभावित कर रहे हैं। माइनेट कभी उमर के चुनावी अभियान के लिए धन जुटाने वाले थे। उन्होंने 2020 में उमर से शादी की, जब वे दोनों एक अफेयर स्कैंडल में उलझे हुए थे। अब उनकी कंपनी धोखाधड़ी और अन्य कानूनी मुद्दों के दावों को लेकर जांच के दायरे में है।