8th Pay Commission: 8वां वेतन आयोग की घोषणा जनवरी 2024 में हो चुकी है और इसे जल्द लागू किए जाने की संभावना है। इस आयोग के जरिए केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स की सैलरी, पेंशन और भत्तों में रिवीजन किया जाएगा। अगर कर्माचारियों का फिटमेंट फैक्टर 1.92 होता है, तो लेवल 1 के कर्मचारियों में न्यूनतम 15,044 रुपये की बढ़ोतरी होगी। लेवल 1 में चपरासी (मल्टी टास्किंग स्टॉफ) से लेकर क्लर्क आते हैं।
अब तक हर 10 साल में एक नया वेतन आयोग लागू होता रहा है।
6वां वेतन आयोग (2006): न्यूनतम वेतन 2,750 रुपये से बढ़ाकर 7,000 रुपये किया गया।
7वां वेतन आयोग (2016): 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये कर दिया गया।
अब सबकी नजर 8वें वेतन आयोग पर है कि इसमें वेतन कितना बढ़ेगा।
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है?
फिटमेंट फैक्टर एक मल्टीपल (multiplier) होता है, जिससे पुराने वेतन को नए वेतन में बदला जाता है।
नया वेतन = पुराना वेतन × फिटमेंट फैक्टर
7वें वेतन आयोग में: फिटमेंट फैक्टर था 2.57
उदाहरण: 10,000 × 2.57 = 25,700
8वें वेतन आयोग में: रिपोर्ट्स के अनुसार फिटमेंट फैक्टर 1.92 से 1.96 के बीच हो सकता है।
लेवल-1 कर्मचारियों की सैलरी कितनी बढ़ेगी?
लेवल-1 में चपरासी, क्लर्क, MTS जैसे पद आते हैं।
अगर फिटमेंट फैक्टर 1.92 होता है, तो उनकी सैलरी में लगभग 15,000 रुपये मंथली की बढ़ोत्तरी हो सकती है।
चपरासी (मल्टी टास्किंग स्टॉफ) और क्लर्क की सैलरी का कैलकुलेशन (Level-1 कर्मचारी के लिए)
7वें वेतन आयोग में: लगभग 37,854 रुपये नेट सैलरी मिलती थी
8वें वेतन आयोग में ये हो सकती है बढ़ोतरी: 15,044 रुपये मंथली हो सकती है।
अगर 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.92 से 1.96 के बीच तय होता है, तो लेवल-1 के कर्मचारियों की सैलरी में 40% तक का इजाफा हो सकता है। हालांकि, अंतिम फैसला केंद्र सरकार और आयोग की सिफारिशों के बाद ही होगा।
8वें वेतन आयोग में ये होगा सैलरी स्ट्रक्चर (8th Pay Commission Salary Structure)