Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया के करीब आते ही सोने की मांग और कीमतों में हलचल तेज हो गई है। इस बार सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। सोने की कीमतों ने ग्राहकों की खरीदने की क्षमता पर असर डाला है। यही कारण है कि ज्वैलर्स ने 14 कैरेट और 18 कैरेट की ज्वैलरी बनाई है। साथ ही हल्के डिजाइन की ज्वैलरी अक्षय तृतीया के लिए बनाई है। ताकि, ग्राहकों के लिए शुभ मौके पर ज्वैलरी खरीदना आसान हो सके।
सेंको गोल्ड के एमडी और सीईओ सुवंकर सेन का कहना है कि अनिश्चितताओं के समय में सोना एक भरोसेमंद निवेश बना हुआ है। भले ही कीमतों में थोड़ी बहुत गिरावट हो, लेकिन ग्राहकों का विश्वास अब भी सोने में बना हुआ है। डॉलर इंडेक्स के तीन साल के निचले स्तर पर पहुंचने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $3,475 प्रति औंस के पार चला गया है, वहीं भारत में इसकी कीमत 99,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर निकल चुकी है।
कीमतों में 25–30% की बढ़ोतरी ने सोने को आम ग्राहकों के लिए खरीदना थोड़ा मुश्किल कर दिया है। हालांकि, वैल्यू के हिसाब से बाजार में बढ़ोतरी देखी जा सकती है, लेकिन वॉल्यूम यानी खरीद की क्वांटिटी में 20–25% तक की गिरावट आने की संभावना जताई जा रही है। इसके बावजूद रेवेन्यू में 10–15% की बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि ग्राहक कम गोल्ड ज्यादा कीमत पर खरीद रहे हैं।
अब जबकि सोना 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के करीब पहुंच चुका है। ग्राहकों के सीमित बजट में ही खरीदारी करने को मजबूर हैं। इसे देखते हुए ज्वैलर्स हल्के वजन और किफायती डिजाइनों पर फोकस कर रहे हैं। ताकि ग्राहक की पसंद और बजट दोनों को बैलेंस किया जा सके।
जोस अलुक्कास ग्रुप के एमडी वर्गीज अलुक्कास ने बताया कि अक्षय तृतीया के मौके पर सेल में इजाफा होने की उम्मीद है। ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए उन्होंने एडवांस बुकिंग और खास ऑफर्स शुरू किए हैं। वहीं काशी ज्वैलर्स के श्रेयांश कपूर का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय कीमतें $3,900 के पास पहुंचने से ग्राहक खर्च में कटौती कर रहे हैं। इस बदलते बिहेवियर को देखते हुए ज्वैलर्स अब हल्के और बजट फ्रेंडली गहनों पर फोकस कर रहे हैं।