Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया सिर्फ एक शुभ दिन ही नहीं, बल्कि गोल्ड में निवेश का भी अहम दिन होता है। कहा जाता है कि अक्षय तृतीया के दिन सोने में निवेश से सुख और सौभाग्य आता है। अगर आपने बीते सालों में अपनी मां – दादी – नानी की बातों को मानकर निवेश किया होता, तो अच्छा रिटर्न कमा सकते थे। यहां आपको बता रहें हैं कि पिछले 25 सालों में सोने के भाव का क्या ट्रेंड रहा और गोल्ड ने कितना रिटर्न दिया है।
25 साल में जबरदस्त रिटर्न
पिछले 25 वर्षों के आंकड़ों पर नजर डालें तो अक्षय तृतीया पर खरीदा गया सोना डबल डिजिट रिटर्न दे चुका है। साल 2000 में 4,355 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से खरीदा गया सोना अब अप्रैल 2025 में बढ़कर लगभग 98,955 रुपये प्रति 10 ग्राम हो चुका है। यानी गोल्ड बीते कई सालों में अच्छा रिटर्न दे चुका है।
पिछले 4 साल में दोगुना दाम
विशेष रूप से 2021 से 2025 के बीच सोने की कीमतें लगभग दोगुनी हो चुकी हैं — अप्रैल 2021 में 47,452 रुपये थी जो अब लगभग 1 लाख रुपये तक पहुंच गई है। इन चार सालों में सोने ने 20% से अधिक का रिटर्न दिया है, जो कई इक्विटी फंड्स से भी ज्यादा है। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि सोना हर समय शानदार रिटर्न दे। 2014 से 2018 के बीच इसका प्रदर्शन कमजोर रहा।
क्या सोना 'Dead Investment' है?
कई एक्सपर्ट इसे एक डेड इन्वेस्टमेंट’ मानते हैं क्योंकि यह न तो डिविडेंड देता है और न ही नियमित इनकम का जरिया बनता है। लेकिन, एक्सपर्ट इसे पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन का बेहतरीन विकल्प मानते हैं क्योंकि इसका बाजार से नकारात्मक संबंध होता है। मंदी, युद्ध या महंगाई के समय जब शेयर बाजार गिरता है, तब सोने की चमक बढ़ती है।