Amrapali Homebuyers: आम्रपाली और सुपरटेक के होमबायर्स के लिए बड़ी खबर है। नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (NBCC) ने बताया है कि सुपरटेक लिमिटेड की नोएडा और ग्रेटर नोएडा की हाउसिंग परियोजनाओं को अगले तीन साल में पूरा किया जाएगा। इसके अलावा अटकी हुई अम्रपाली परियोजनाओं को भी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी (ग्रेनो) से मंजूरी मिल गई है। अब अम्रपाली के 12,000 घर खरीदार इस होली पर अपने घर में त्योहार मना सकते हैं, भले ही दिवाली तक न हो।
सुप्रीम कोर्ट के रिसीवर को ग्रेनो अथॉरिटी से रजिस्ट्रेशन की मंजूरी मिल गई है, जिससे अम्रपाली के घर खरीदार जल्द ही अपने फ्लैट्स की रजिस्ट्री करवा सकेंगे। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अक्टूबर तक शुरू होने की उम्मीद है। एनबीसीसी ने पूरे हुए फ्लैट्स और टावर्स की चाबियां सुप्रीम कोर्ट रिसीवर को सौंप दी हैं। ग्रेनो अथॉरिटी इस महीने इन परियोजनाओं के लिए सशर्त एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) जारी करेगी, जिससे अम्रपाली की पांच परियोजनाओं के हजारों खरीदारों के रजिस्ट्रेशन का रास्ता साफ हो जाएगा।
ग्रेनो अथॉरिटी ने स्पष्ट किया है कि बकाया राशि के बावजूद घर खरीदारों के रजिस्ट्रेशन को नहीं रोका जाएगा। कोर्ट रिसीवर ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पांच परियोजनाओं के रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन किया था, और अब प्राधिकरण इन परियोजनाओं के लिए सशर्त एनओसी जारी करेगा। इससे 12,000 फ्लैट्स के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया अक्टूबर के पहले हफ्ते तक शुरू होने की उम्मीद है।
अम्रपाली परियोजनाओं के लिए रजिस्ट्रेशन के लिए एनओसी केवल कंप्लीशन सर्टिफिकेट के आधार पर जारी होती है, लेकिन बकाया राशि का पेमेंट नहीं होने के कारण यह सर्टिफिकेट अभी तक नहीं मिला है। एनबीसीसी धीरे-धीरे परियोजना को पूरा करेगी और मिलने वाले पैसे को प्राधिकरण की बकाया अमाउंट का पेमेंट करेगी।
ग्रेनो अथॉरिटी कंप्लीशन सर्टिफिकेट जारी नहीं कर रही है। लेकिन पर्यावरण मंजूरी, अग्नि सुरक्षा प्रमाणपत्र और लिफ्ट से संबंधित क्लियरेंस जैसी अन्य मंजूरियां देगी, जिससे रजिस्ट्रेशन का काम जारी रह सके। इस प्रकार, अम्रपाली की अटकी परियोजनाएं होली से पहले पूरी होने की उम्मीद है। एनबीसीसी ने पहले चरण में 26,000 फ्लैट्स बनाने का टारगेट रखा है, जिसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सात परियोजनाएं शामिल हैं। दूसरे चरण में 19,559 फ्लैट्स का निर्माण नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे, ग्रेटर नोएडा और मेरठ में किया जाएगा।