नए इनवेस्टर्स के सामने अक्सर यह सवाल होता है कि उन्हें शेयरों में कितना और डेट में कितना इनवेस्ट करना चाहिए। इसका मतलब यह है कि उन्हें एसेट ऐलोकेशन के बारे में पता नहीं होता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेश में एसेट ऐलोकेशन बहुत जरूरी है। हालांकि, एसेट ऐलोकेशन अलग-अलग इनवेस्टर के लिए अलग-अलग होता है। यह इनवेस्टर की इनकम, खर्च और रिस्क लेने की क्षमता पर निर्भर करता है।
