Banks charge: आपके सेविंग अकाउंट पर भी लगता है चार्ज, यहां जानिए बैंक किन चीजों पर काटते हैं आपके खाते से पैसा
Banks charges: आज के समय में लगभग हर किसी के पास बैंक खाता होता है। पहले भारत में बैंकिंग की पहुंच कम थी यानी बड़ी संख्या में ऐसे लोग थे जिनका किसी भी बैंक में खाता नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री जन-धन योजना ने इसकी पूरी तस्वीर बदल दी
आपका बैंक अकाउंट किसी भी केटेगरी का हो लेकिन उसमें चार्ज देना होता है।
Banks charges: आज के समय में लगभग हर किसी के पास बैंक खाता होता है। पहले भारत में बैंकिंग की पहुंच कम थी यानी बड़ी संख्या में ऐसे लोग थे जिनका किसी भी बैंक में खाता नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री जन-धन योजना ने इसकी पूरी तस्वीर बदल दी। अब यह आंकड़ा तेजी से बढ़ गया है। अब देश में ज्यादातर सभी लोगों के पास एक बैंक अकाउंट होता है। आपने कई बार आपने देखा होगा कि बैंक आपके खाते से कभी 18 रुपये तो कभी 30 रुपये काट लेते हैं। आपको शायद पता न हो, लेकिन ये बिना वजह नहीं काटते और आप इनसे बच सकते हैं।
बैंक अकाउंट होते हैं 2 तरह के
बैंक अकाउंट 2 तरह के होते हैं – सेविंग अकाउंट और करेंट अकाउंट। आम लोग सेविंग अकाउंट यानी बचत बैंक खाता ही खुलवाते हैं। जो लोग ज्याद ट्रांजेक्शन करते हैं वह करेंट अकाउंट खोलते हैं। ज्यादातर बिजनेसमैन करेंट अकाउंट खुलवाते हैं। सेविंग अकाउंट जीरो बैलेंस पर भी खोला जा सकता है।
बैंक सेविंग अकाउंट पर भी लेते हैं चार्ज
आपका बैंक अकाउंट किसी भी केटेगरी का हो लेकिन उसमें चार्ज देना होता है। आइए जानते हैं बैंक किन चीजों के लिए चार्ज वसूल करते हैं। यहां आपको बैंक के चार्जेस के बारे में बता रहे हैं।
आइए जानते हैं बैंकों के प्रमुख चार्ज
चाहे आपका खाता किसी भी श्रेणी में आता हो, आपको शुल्क देना होगा। हां, शुल्कों की संख्या और उनकी राशि श्रेणी के आधार पर भिन्न हो सकती है। आइए जानते हैं बैंक खाते पर लगने वाले कुछ मुख्य शुल्कों के बारे में और उनसे कैसे बचा जा सकता है...
1: मेंटेनेंस चार्ज: सभी बैंक आपके खाते को बनाए रखने के लिए यह शुल्क लेते हैं। यह सभी प्रकार के खातों पर लागू होता है। बैंकों के हिसाब से इसकी दरें अलग-अलग हो सकती हैं।
कैसे बचाएं - कई बैंक एक सीमा से ज्यादा ट्रांजेक्शन होने पर इसे माफ कर देते हैं। आप अपने बैंक के नियम और शर्तें पढ़कर यह जान सकते हैं।
2: डेबिट कार्ड चार्ज: बैंक आमतौर पर खाता खोलने के साथ ही डेबिट कार्ड देते हैं। यह मुफ्त नहीं है। इसके लिए सभी बैंक सालाना आधार पर चार्ज लेते हैं।
कैसे बचें: अगर आपको डेबिट कार्ड की जरूरत नहीं है तो बैंक से न लें। यदि आपके पास एक से अधिक खाते हैं, तो केवल एक के लिए ही कार्ड लें।
3: एटीएम चार्ज: अगर आप किसी दूसरे बैंक का एटीएम इस्तेमाल करते हैं तो उसके लिए आपको चार्ज देना होगा। अब आप अपने बैंक के एटीएम से एक महीने में सिर्फ 4 बार ही मुफ्त में पैसे निकाल सकते हैं।
कैसे बचें: महीने के खर्चों के लिए एक या दो बार में ज्यादा से ज्यादा पैसा निकालने की कोशिश करें। दूसरे बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करने से बचें।
4: कम बैलेंस: खातों में मिनिमम बैलेंस बनाए रखना जरूरी होता है। ये नहीं होने पर चार्ज कटता
कैसे बचें: अपने खाते की न्यूनतम सीमा बनाए रखें।
5: ओवरड्राफ्ट चार्ज: यह सभी के लिए लागू नहीं है। सभी बैंक यह सुविधा सेविंग अकाउंट पर नहीं देते हैं।
कैसे बचें: कोशिश करें कि इसकी कभी जरूरत न पड़े।
6: ट्रांसफर चार्ज: आप यूपीआई, आईएमपीएस, आरटीजीएस, एनईएफटी जैसे माध्यमों से पैसे ट्रांसफर करते हैं। ये फ्री नहीं होता। इसका चार्ज कटा है।
7: खाता बंद करने का चार्ज: अगर आप बैंक खाता बंद करते हैं तो बैंक आपसे इसके लिए चार्ज ले सकता है। इसलिए कभी भी आंख बंद करके अकाउंट न खोलें।
कैसे बचें: खाता खोलने के कुछ समय बाद बंद करने पर बैंक कोई चार्ज नहीं लेते हैं, इसलिए खाता बंद करने से पहले यह शर्त देख लें।