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Indian Overseas Bank ने घटाई लोन की दरें, जानिये कितनी कम हो जाएगी होम लोन EMI

Indian Overseas Bank (IOB) ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। बैंक ने रेपो लिंक्ड लैंडिंग रेट (RLLR) में 50 बेसिस प्वाइंट (0.50%) की कटौती का ऐलान किया है। अब RLLR की दर 8.85% से घटकर 8.35% हो गई है। यह फैसला बैंक की एसेट लायबिलिटी मैनेजमेंट कमेटी (ALCO) की 11 जून 2025 को हुई बैठक में लिया गया।

अपडेटेड Jun 12, 2025 पर 10:20 AM
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इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है।

Indian Overseas Bank (IOB) ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। बैंक ने रेपो लिंक्ड लैंडिंग रेट (RLLR) में 50 बेसिस प्वाइंट (0.50%) की कटौती का ऐलान किया है। अब RLLR की दर 8.85% से घटकर 8.35% हो गई है। यह फैसला बैंक की एसेट लायबिलिटी मैनेजमेंट कमेटी (ALCO) की 11 जून 2025 को हुई बैठक में लिया गया। नई दरें आज 12 जून 2025 से लागू हो गई है। इस फैसले से उन ग्राहकों को फायदा होगा जिनके लोन RLLR से जुड़े हैं। अब नए लोन सस्ते मिलेंगे और मौजूदा लोन की EMI में भी कमी आएगी।

क्यों घटा RLLR?

IOB का यह कदम भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हाल ही में किए गए रेपो रेट में 0.50% की कटौती के बाद आया है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में रेपो रेट को 6% से घटाकर 5.50% किया गया। यह लगातार तीसरी बार है जब RBI ने रेपो रेट में कटौती की है। महंगाई नियंत्रण में होने के कारण यह फैसला लिया गया।


दूसरे बैंकों ने भी घटाईं ब्याज दरें

RBI के फैसले के बाद कई अन्य बैंकों ने भी अपने लोन की दरें कम की हैं।

Bank of Baroda ने भी RLLR में 0.50% की कटौती की है।

HDFC Bank ने सभी टेन्योर पर MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है, जिससे लोन सस्ते होंगे।

Punjab National Bank, UCO Bank और Bank of India ने भी अपने ग्राहकों को राहत दी है।

एफडी पर भी असर

रेपो रेट घटने का असर Fixed Deposit (FD) पर भी पड़ा है। ICICI Bank, HDFC Bank और Kotak Mahindra Bank ने अपनी एफडी दरें घटा दी हैं। ICICI Bank और HDFC Bank ने 3 करोड़ रुपये से कम की एफडी पर 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है, जो 10 जून 2025 से लागू हुई है। Kotak Mahindra Bank ने 9 जून 2025 से अपनी एफडी दरों में बदलाव किया है।

क्या होता है इसका मतलब?

जब RBI रेपो रेट घटाता है, तो बैंकों को सस्ते में कर्ज मिलता है। इससे बैंक लोन की दरें कम कर सकते हैं। वहीं FD की दरें भी घटती हैं क्योंकि बैंकों को आम जनता से ज्यादा पैसे जुटाने की जरूरत नहीं होती। IOB सहित कई बैंकों के ब्याज दरों में की गई कटौती का सीधा फायदा आम ग्राहकों को मिलेगा। लोन लेना सस्ता हो जाएगा और मौजूदा लोन की EMI भी कम हो सकती है। हालांकि, FD पर मिलने वाला ब्याज थोड़ा घट सकता है। ऐसे में ग्राहकों को सोच समझकर निवेश और लोन की योजना बनानी चाहिए।

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