पिछले कुछ दिनों में कुछ सरकारी और प्राइवेट दोनों ही तरह के बैंकों ने अपने ग्राहकों के लिए लोन को महंगा करने का कदम उठाया है। देश के कुछ बड़े बैंको ने अपने फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट यानी MCLR के मार्जिनल कॉस्ट में इजाफा कर दिया है। हालांकि बैंकों ने ऐसा कदम तब उठाया है जब कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। बता दें कि MCLR एक ऐसा रेट है जिस आधार पर बैंक अपने ग्राहकों को लोन देते हैं। ऐसे में आइये उन सभी बैंकों की लिस्ट पर एक नजर डाल लेते हैं जिन्होंने लोन में इजाफा किया है।
सरकारी बैंक केनरा बैंक ने 12 अगस्त को ही अपने होम लोन में इजाफा कर दिया था। बैंक की ओवरनाइट मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट यानी MCLR अब 7.95 प्रतिशत है, जबकि एक महीने की एमसीएलआर 8.05 प्रतिशत है। छह महीने की एमसीएलआर को बढ़ाकर 8.50 प्रतिशत कर दिया गया है और तीन महीने की एमसीएलआर अब 8.15 प्रतिशत है।
प्राइवेट सेक्टर के दिग्गज बैंक HDFC बैंक ने 7 अगस्त से शुरू होने वाली चुनिंदा अवधियों पर अपनी बेंचमार्क एमसीएलआर दरों में 15 आधार अंक (बीपीएस) का इजाफा किया है। खास तौर पर एक साल के लिए MCLR में कोई बदलाव नहीं हुआ।
पब्लिक सेक्टर के प्रमुख बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपनी बेंचमार्क लोन रेट को 5 बेस प्वाइंट तक बढ़ा दिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा की यह नई दरें 12 अगस्त से ही प्रभाव में आ गई हैं।
ICICI बैंक ने सभी अवधियों के लिए एमसीएलआर में 5 आधार अंक (बीपीएस) की बढ़ोतरी की है। आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के अनुसार, एक रात, एक महीने की एमसीएलआर दर 8.35 प्रतिशत से बढ़कर 8.40 प्रतिशत हो गई। आईसीआईसीआई बैंक में तीन महीने, छह महीने की एमसीएलआर 8.45 प्रतिशत और 8.80 प्रतिशत तक बढ़ गई है।