यस बैंक (YES Bank) ने कैशफ्री पेमेंट्स (Cashfree Payments) के साथ मिलकर बुधवार को 'ग्लोबल कलेक्शंस' नाम से एक पेमेंट कलेक्शन सर्विस लॉन्च करने का ऐलान किया। यह सर्विस खासतौर से एक्सपोर्टरों को ध्यान में रखकर लॉन्च की गई है। इसके तहत यस बैंक में खाता रखने वाले ग्राहक, करीब 180 देशों से 30 से अधिक विदेशी करेंसी में पेमेंट्स स्वीकार कर सकेंगे। इस तरह से विदेशी करेंसी में आई रकम को भारतीय रुपये में बदला जा सकेगा और एक वर्किंग डे के अंदर भारत में उनके स्थानीय खाते में पैसा सेटल हो जाएगा।
यस बैंक के कंट्री हेड (डिजिटल और ट्रांजैक्शन बैंकिंग) अजय रंजन ने कहा, "इसका उद्देश्य भारतीय एक्सपोर्टरों को दुनिया भर से पेमेंट्स स्वीकार करने के तरीके को सरल और क्रांतिकारी बनाना है। ग्लोबल कलेक्शंस के लॉन्च से एक्सपोर्टर्स को अपने पेमेंट और कलेक्शन पर वास्तविक समय में पहुंच और कंट्रोल पाने में सहायता मिलेगी।"
उत्पाद में चार मुद्राओं (यूएसडी, जीबीपी, यूरो और सीएडी) में समर्पित सुविधाएं हैं, और 'ऑनलाइन भुगतान गेटवे सेवा प्रदाता' पर आरबीआई के मानदंडों के अनुरूप $10,000 के समतुल्य वैश्विक संग्रह को सक्षम बनाता है।
इस प्रोडक्ट के तहत चार विदेशी करेंसी (अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउंड, यूरो और कनाडाई डॉलर) में डेडिकेटेड सुविधा दी गई है। यह 'ऑनलाइन पेमेंट गेटवे सर्विस' से जुड़े आरबीआई के मानदंडों के मुताबिक 10,000 अमेरिकी डॉलर के मुताबिक ग्लोबल कलेक्शंस की इजाजत देता है।
इस बीच यस बैंक के शेयर बुधवार को एनएसई पर 1.25 फीसदी गिरकर 16.15 रुपये के भाव पर बंद हुए। पिछले एक महीने में बैंक के शेयरों में 5.90% की तेजी आई है। वहीं पिछले एक साल में इसके शेयरों का भाव करीब 19.19% गिरा है।