सरकारी कंपनी BEML के एसेट डीमर्जर पर जल्द ही सरकार द्वारा फैसला लिया जा सकता है। सरकार द्वारा पहले ही इस कंपनी के विनिवेश की घोषणा की जा चुकी है। इसके बारे में बाजार में कई अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन अब लग रहा है कि बीईएमएल के एसेट डीमर्जर पर शीघ्र ही निर्णय लिया जा सकता है। इससे इसके विनिवेश की प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना है।
सीएनबीसी-आवाज़ को एक्स्क्लूसिव सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक BEML एसेट डीमर्जर प्रस्ताव पर जल्द ही निर्णय हो सकता है। कंपनी के एसेट डीमर्जर प्रस्ताव को 2 हफ्ते में मंजूरी मिल सकती है। कंपनी के एसेट डीमर्जर को कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय से मंजूरी मिलने की संभावना है। बता दें कि BEML विनिवेश से पहले एसेट का डीमर्जर जरूरी है।
सीएनबीसी-आवाज़ के लक्ष्मण रॉय ने सूत्रों के हवाले से कहा कि बीईएमएल यानी कि भारत अर्थमूवर्स लिमिटेड कंपनी के एसेट को डीमर्ज करने की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। इस प्रस्ताव पर मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स को मंजूरी देनी है। सूत्रों से पता चल रहा है कॉर्पोरेट मंत्रालय इस प्रस्ताव पर अगले 2 सप्ताह के अंदर मुहर लगा सकता है।
लक्ष्मण ने आगे कहा कि इस पर निर्णय लेने के लिए कॉरपोरेट मंत्रालय 17 जून को बैठक करेगा। विश्वसनीय सूत्र बता रहे हैं कि इस बैठक में इस प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी मिल जायेगी। कंपनी के सरप्लस लैंड और एसेट के डीमर्जर का प्रस्ताव है जिस पर इस बैठक में फैसला लिया जा सकता है। लैंड और एसेट को डीमर्ज करते हुए इसके लिए अलग से कंपनी बना दी जायेगी। इसके बाद बीईएमएल के विनिवेश की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ेगी।
बता दें कि सरकार ने इस कंपनी में मैनेजमेंट कंट्रोल सहित 26% हिस्सा बेचने का फैसला किया है। अभी फिलहाल BEML में सरकार की 54% हिस्सेदारी है। कुल मिलाकर जैसे ही कॉर्पोरेट मंत्रालय से इसके एसेट डीमर्जर को मंजूरी मिलेगी इसके विनिवेश की प्रक्रिया में तेजी नजर आयेगी।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)