पिछले कुछ हफ्तों में स्टॉक मार्केट्स में काफी उतार-चढ़ाव रहा है। 2023 रिटर्न के लिहाज से अच्छा साल रहा। लेकिन, निवेशकों के मन में 2024 को लेकर कई सवाल हैं। खासकर मार्केट के उतार-चढ़ाव की वजह से वे काफी उलझन में हैं। मनीकंट्रोल ने इंडिया में फ्रैंकलिन टेंपलटन इंडिया एसेट मैनेजमेंट (AMC) के नए चीफ इनवेस्टमेंट अफसर (इक्विटी) जानकीरमन रेंगाराजू से बातचीत की। उन्होंने स्टॉक मार्केट्स (Stock Markets) और इनवेस्टमेंट (Investment) के बारे में कई अहम बातें बताईं। उन्होंने कहा कि बाजार में चीजें बहुत तेजी से बदल रही हैं। मार्केट्स पर अब चीजों का असर पहले के मुकाबले बहुत जल्द दिख रहा है। इससे फंड मैनेजर के लिए भी जल्द फैसला लेना जरूरी हो गया है।
इन सेक्टर में निवेश के मौके
2024 में किन सेक्टर में निवेश के मौके हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट, इंडस्ट्रियल्स और एनर्जी ट्रांजिशन की थीम में संभावना दिख रही है। लेकिन, ये सभी सेक्टर पहले से ही काफी महंगे हैं। प्राइवेट बैंकों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट बैंक आगे अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने पावर यूटिलिटी से जुड़ी कंपनियों को भी निवेश के लिए अच्छा बताया। इसक सेक्टर का लगातार विस्तार हो रहा है। इसमें रिन्यूएबल एनर्जी जेनरेशन, ग्रीड मैनेजमेंट, स्मार्ट मीटर्स और लोड बैलेंसिंग तक शामिल है।
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फ्लेक्सी-कैप में निवेश से होगी अच्छी कमाई
अभी 10 लाख रुपये का निवेश कहां करने पर अच्छी कमाई होगी? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी फ्लेक्सी-कैप फंड में निवेश करना सही रहेगा। अगर स्टॉक मार्केट्स में बड़ी गिरावट आई होती तो मैं 50 फीसदी पैसा लार्जकैप फंड्स और मिड/स्मॉलकैप फंड में लगाने की सलाह देता। लेकिन, मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स के बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए अब लार्जकैप में निवेश बढ़ाना ठीक रहेगा। इसके लिए फ्लेक्सीकैप फंड का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह फंड अपना 70 फीसदी पैसा लार्जकैप और 30 फीसदी मिडकैप स्टॉक्स में कर सकता है।
लंबी अवधि के निवेश पर फोकस रखने की सलाह
उन्होंने कहा कि आज इंडियन म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में रिसर्च काफी बढ़ गया है। पहले फंड मैनेजर्स के पास जो जानकारियां उपलब्ध होती थीं, उससे हम सिर्फ बड़ी कंपनियों का एनालिसिस कर पाते थे। आज हमारे लिए छोटी कंपनियों के बारे में भी काफी रिसर्च करना मुमकिन हो गया है। बाजार के उतार-चढ़ाव के बारे में उन्होंने कहा कि निवेशकों को लंबी अवधि के निवेश पर अपना फोकस बनाए रखना चाहिए। छोटी अवधि के उतार-चढ़ाव पर ध्यान नहीं देना चाहिए।