UPI ID एक ऐसी टेक्नोलॉजी है। जिसे भारतीयों ने ही बनाया है। हमारे देश रोजाना लाखों की संख्या में लोग UPI का इस्तेमाल करते हैं। इससे पेमेंट भी करते हैं। UPI को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India NPCI) ने साल 2016 में लांच किया था। UPI आज के समय में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला सिस्टम है। इन दिनों ऑनलाइन पेमेंट में भी तेजी देखने को मिल रही है। ऐसे में बहुत से लोग इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी हासिल करना चाहते हैं। ऐसे में क्या आपको पता है कि एक बैंक अकाउंट से कितनी UPI आईडी क्रिएट हो सकती है?
बता दें कि UPI एक इंटरमीडिएट रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि UPI के किसी एक मोबाइल ऐप से अलग-अलग कई बैंक खातों को जोड़ा जा सकता है। एक ही मोबाइल ऐप से आप मनी ट्रांसफर कर सकते हैं और किसी मर्चेंट को पेमेंट भी दे सकते हैं।
एक बैंक अकाउंट से कितनी UPI ID जोड़ सकते हैं?
एक बैंक अकाउंट से 4 UPI ID जोड़ी जा सकती हैं। इस UPI ID को जब चाहें आप हटा सकते हैं। इतना ही नहीं एक ही बैंक खाते पर अलग-अलग कई UPI ID भी बना सकते हैं। अगर आप गूगल पे से UPI चलाना चाहते हैं तो वहीं बैंक इससे जोड़ें जो UPI को सपोर्ट करता हो। UPI ऐप पर आपको VPA या वर्चुअल पेमेंट एड्रेस बनाना होता है। VPA अलग-अलग सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए भिन्न होता है। जैसे फोन का UPIहै तो उसका VPA आपका मोबाइल नंबर@ybl होगा। गूगल पे का VPA होगा तो उसका एड्रेस आपका नाम @okbankname होगा।
जानिए कैसे बनता है अलग-अलग अकाउंट?
सभी UPI यूजर को एक VPA या यूजर आईडी बनाना होता है। यह उसके बैंक अकाउंट से लिंक होता है। जिससे आपको पैसा लेना हो उसे यह ID या मोबाइल नंबर शेयर किया जाता है। इससे अकाउंट में पैसे जमा हो जाते हैं। किसी एक मोबाइल ऐप से कई बैंक अकाउंट को जोड़ा जा सकता है। हालांकि हर बैंक अकाउंट की अपनी अलग यूपीआई आईडी होगी। इनमें से एक प्राइमरी बैंक अकाउंट होगा। जिसमें आप पैसे रिसीव करेंगे। पेमेंट देते वक्त आप अलग-अलग बैंक अकाउंट के ऑप्शन दिखाई देंगे। जिस अकाउंट से पैसे देना चाहें उससे दे सकते हैं।