कर्नाटक सरकार ने 1 अप्रैल से दूध की कीमतों में ₹4 प्रति लीटर की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। एनिमल हस्बैंडरी और सेरीकल्चर मंत्री के. वेंकटेश ने गुरुवार, 27 मार्च को किसानों, विभिन्न संगठनों और पशुपालन विभाग की लगातार मांगों के जवाब में यह फैसला लिया है। रिवाइज्ड कीमतों के साथ कर्नाटक में नंदिनी दूध के एक लीटर वाले टोन्ड मिल्क (नीले पैकेट) की कीमत अब ₹46 होगी, जो पहले ₹42 थी। राज्य भर की मिल्क फेडरेशंस ने इस कदम का स्वागत किया है। फैसले को कर्नाटक मंत्रिमंडल के अंदर विचार-विमर्श के बाद अंतिम रूप दिया गया।
इसके अलावा दही की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद यह अब 54 रुपये प्रति लीटर में मिलेगा। इससे पहले कीमत 50 रुपये प्रति लीटर थी। इससे पहले, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा था कि दूध की कीमत में किसी भी रिवीजन पर तभी विचार किया जाएगा, जब पूरी अतिरिक्त राशि सीधे डेयरी किसानों को फायदा पहुंचाएगी। हालांकि उन्होंने शुरू में बढ़ोतरी का विरोध किया, लेकिन बाद में उन्होंने कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) को आश्वासन दिया कि जल्द ही कैबिनेट का फैसला लिया जाएगा।
इससे पहले 25 जून 2024 को बढ़ी थी कीमत
यह कदम KMF द्वारा सप्लाई किए जाने वाले नंदिनी दूध की कीमत में संशोधन के बारे में पहले की चर्चाओं के बाद उठाया गया है। 5 मार्च को रिपोर्टें सामने आई थीं कि सरकार इस वृद्धि को लागू करने की तैयारी कर रही है। इससे पहले कर्नाटक सरकार ने 25 जून 2024 को दूध की कीमत में ₹2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। लेकिन साथ ही दूध के हर पैकेट में 50 ml की बढ़ोतरी भी की गई थी।
KMF ने गुरुवार को कहा कि वह जल्द ही हरियाणा में 'नंदिनी' काउ मिल्क (गाय का दूध) लॉन्च करेगी। KMF की पहले से ही उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान में मौजूदगी है और हाल ही में इसने दिल्ली में कदम रखा है। KMF ने दूध की कीमत में बढ़ोतरी का कारण उत्पादन लागत और इनपुट खर्च में बढ़ोतरी बताया है।