सरकार किसानों को खेती के साथ पशुपालन के लिए भी बढ़ावा दे रही है। इसके लिए आर्थिक मदद भी दी जा रही है। मुर्गी पालन किसानों के लिए एक फायदेमंद व्यवसाय बन रहा है। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी मिलती है और शुरुआत के लिए ज्यादा पैसे भी नहीं लगते। सरकार भी मुर्गी पालन को बढ़ावा दे रही है और किसानों को आर्थिक मदद दे रही है।
नेशनल लाइवस्टॉक मिशन के तहत देसी नस्ल की मुर्गियां पालने पर खास छूट मिल रही है, जिससे किसान आसानी से इस काम को शुरू कर सकते हैं। यह योजना देसी नस्ल की मुर्गियों के लिए है, जिससे किसान मुर्गियां पालकर उनके चूजे बेच सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
1000 देसी नस्ल की मुर्गियां पाल सकते हैं
शाहजहांपुर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि केंद्र सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए मुर्गी पालन को बढ़ावा दे रही है। नेशनल लाइवस्टॉक मिशन के तहत किसान 1000 देसी नस्ल की मुर्गियां और 50 मुर्गे पाल सकते हैं। यह योजना 50 लाख रुपये के प्रोजेक्ट के तहत आती है, जिसमें किसानों को 50% सब्सिडी मिलेगी। इस स्कीम के तहत मुर्गी और मुर्गे बेचे नहीं जा सकते, लेकिन अंडों से निकलने वाले चूजे बेचने की अनुमति होगी। सरकार का उद्देश्य देसी नस्ल की मुर्गियों की संख्या बढ़ाना है।
इस योजना में 50 लाख रुपए के प्रोजेक्ट में किसान को 5 लाख रुपए खुद लगाने होंगे और 20 लाख रुपए का लोन बैंक से लेना जरूरी होगा। जब किसान 25% खर्च कर लेगा तो उसे आधी सब्सिडी उसके खाते में मिल जाएगी। प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद बाकी की छूट की दूसरी किस्त भी किसान के खाते में भेजी जाएगी। सरकार का मकसद देसी नस्ल की मुर्गी पालन को बढ़ावा देना है।
मुर्गी पालन की इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को उद्यम मित्रा वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए मुर्गी पालन का प्रशिक्षण लेना जरूरी है, जो किसी पंजीकृत संस्था से होना चाहिए। किसान के पास एक एकड़ जमीन होनी चाहिए, जिस पर कोई लोन नहीं होना चाहिए, खासकर KCC लोन भी नहीं होना चाहिए। अगर अपनी जमीन नहीं है, तो कम से कम 10 साल के लिए लीज पर ली गई होनी चाहिए।
मुर्गी पालन योजना का लाभ पाने के लिए किसान को 50 लाख रुपए की प्रोजेक्ट रिपोर्ट ऑनलाइन फॉर्म भरते समय जमा करनी होगी। इसके बाद पशु चिकित्सा विभाग की टीम जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी। जब फॉर्म पूरा हो जाएगा, तो उसे संबंधित बैंक को भेजा जाएगा और फिर बैंक अपनी शर्तों के अनुसार लोन मंजूर करेगा।