LED Light: कमरे में बेहतर रोशनी बरकरार रखने के लिए आप LED लाइट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। अच्छी ब्राइटनेस के लिए इन्हें बेस्ट माना गया है। बहुत से लोग इन्हें इस्तेमाल करने से पहले ये जानना चाहते हैं कि किसमें बिजली की खपत ज्यादा होती है? LED बल्ब या ट्यूबलाइट का कब इस्तेमाल करना चाहए? अगर आप भी कुछ इसी तरह के सवालों के जवाब जानना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है। महंगाई की इस मार में हर कोई बिजली बचत के बारे में सोचता है।
LED बल्ब और LED ट्यूबलाइट में एक ही टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। लेकिन दोनों की पावर लेने की क्षमता और रोशनी अलग-अलग होती है। इस बारे में सभी जानकारी नहीं होती है। लिहाजा घर में ज्यादा बिजली यूज करने वाला प्रोडक्ट लगा लेते हैं। इसके चलते बिजली का बिल ज्यादा आता है।
LED बल्ब क्या हैं और कैसे काम करता हैं?
LED को "लाइट एमिटिंग डायोड" कहते है। यह सबसे प्रकाश देता है। इसे ट्रैफिक सिग्नल (traffic signals), खनन उद्योग, लिफ्ट जैसे कई जगहों पर इस्तेमाल किया जाने लगा है। इसमें सीएफएल (CFL) बल्बों की तरह पारा (mercury) नहीं होता है। लेकिन इसमें लेड (lead) और निकल (Nickel) जैसे अन्य हानिकारक घटक शामिल होते है। इसे रिसाइकिल (recycled) किया जा सकता है। जब इलेक्ट्रॉन अर्धचालक पदार्थ से होकर गुजरता है तो छोटे कणों को रोशनी मुहैया करता है। LED कहा जाता है।
CFL को "कॉम्पैक्ट फ्लोरोसेंट लाइट" बल्ब कहते है। यह अन्य बल्बों से अधिक उर्जा देते है लेकिन LED के मुकाबले कम हैं। CFL बल्ब आर्गन से बने होते हैं और पारा छोटी मात्रा में होता है। प्रकाश के उद्देश्यों से इन्हें ऑफिस, दुकानों, घरों और स्कूलों में उपयोग किया जाता है।
LED बल्ब और ट्यूबलाइट में अंतर
दरअसल, LED बल्ब 2 वाट से शुरू होकर 40 वाट तक के बाजार में बिकते हैं। वहीं LED ट्यूबलाइट की शुरुआत 9 वाट से होती है। यह 20 वाट तक मिल जाती है। अपने कमरे की जरूरत के मुताबिक, खरीद सकते हैं। ऐसे में जितनी जरूरत है, उसी के मुताबिक बल्ब या ट्यूबलाइट लेना चाहिए। LED बल्ब और LED ट्यूबलाइट में जिसकी वाट कैपेसिटी ज्यादा होती है। वहीं LED बल्ब के मुकाबले LED ट्यूबलाइट में ज्यादा रोशनी होती है। इसकी वजह ये है कि इसमें छोटे-छोटे बहुत सारे LED बल्ब लगे होते हैं। वहीं LED बल्ब ट्यूबलाइट के मुकाबले कम रोशनी देते हैं।