सीनियर सिटीजन्स के लिए बड़े काम का है ये कार्ड, जानें इससे मिलेंगे आपको कौन कौन से फायदे

सीनियर सिटीजन कार्ड एक तरह का पहचान पत्र है जो कि कार्डधारक की वैलिड डिटेल बताता है। इस कार्ड के जरिए सिनियर सिटीजन्स को कई तरह की सुविधाएं दी जाती है। इसके अलावा सीनियर सिटीजन्स को कई तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ भी इस कार्ड के जरिए उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा कई सारी प्राइवेट स्कीम का लाभ भी इस कार्ड के जरिए उपलब्ध कराया जाता है। इस कार्ड में सीनियर सिटीजन्स का ब्लड ग्रुप, इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर, एलर्जी और दूसरी तरह की मेडिकल डिटेल्स रहती हैं

अपडेटेड May 19, 2023 पर 6:05 PM
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सीनियर सिटीजन कार्ड एक तरह का पहचान पत्र है जो कि कार्डधारक की वैलिड डिटेल बताता है

केंद्र सरकार देश के बुजुर्गों यानी कि सीनियर सिटीजन्स की भलाई के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। सरकार ने सीनियर सिटीजन्स की बड़ी संख्या और उनकी रोजमर्रा की दुश्वारियों को देखते हुए उनके लिए सीनियर सिटीजन्स कार्ड का इंतजाम किया है। यह कार्ड 60 साल से अधिक के उम्र वाले सीनियर सिटीजन्स के लिए बनाया जाता है। इस कार्ड को सीनियर सिटीजन आईडी कार्ड भी कहते हैं।

क्या है ये कार्ड

यह कार्ड एक तरह का पहचान पत्र है जो कि कार्डधारक की वैलिड डिटेल बताता है। इस कार्ड के जरिए सिनियर सिटीजन्स को कई तरह की सुविधाएं दी जाती है। इसके अलावा सीनियर सिटीजन्स को कई तरह की सरकारी योजनाओं का लाभ भी इस कार्ड के जरिए उपलब्ध कराया जाता है। इसके अलावा कई सारी प्राइवेट स्कीम का लाभ भी इस कार्ड के जरिए उपलब्ध कराया जाता है। इस कार्ड में सीनियर सिटीजन्स का ब्लड ग्रुप, इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर, एलर्जी और दूसरी तरह की मेडिकल डिटेल्स रहती हैं। आइये जानते हैं इस कार्ड को बनवाने की पूरी डिटेल।

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कैसे बनता है ये कार्ड

सीनियर सिटीजन्स कार्ड राज्य सरकारें अपने स्तर पर बनाती हैं। इस कार्ड को बनवाने के लिए राज्य सरकार की ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना होगा। एप्लीकेशन के साथ आपको कुछ कागजात भी देने होते हैं ताकि आवेदन के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी की जा सके। इसके अलावा आपको एज प्रूफ के डॉक्युमेंट भी जमा कराने होंगे। इसके लिए आपको पासपोर्ट, पैन कार्ड और स्कूल सर्टिफिकेट भी दे सकते हैं। इसके अलावा आपको निवास प्रमाण पत्र के कागजात जिसमें वैध राशन कार्ड, पासपोर्ट, इलेक्शन कार्ड, बिजली का बिल या फोन का बिल भी दे सकते हैं। जो कि आवेदक के नाम से हो। साथ ही मेडिकल इंफॉर्मेशन कागजात जिसमें ब्लड रिपोर्ट, मेडिकशन और एलर्जी की रिपोर्ट भी देनी होती है।

कैसे कर सकते हैं आवेदन

सीनियर सिटीजन्स को आईडी कार्ड बनाने के लिए राज्य सरकार की वेबसाइट पर अप्लाई करना होता है। इसका फॉर्म राज्य सरकार की वेबसाइट पर ही मिलता है जहां पर इसे ऑनलाइन भरा जा सकता है। जैसे कि अगर आप दिल्ली के निवासी हैं और वहां का सिनियर सिटीजन आईडी कार्ड बनवाना चाहते हैं तो आपको www.delhipolice.nic.in/seniorcitizen पर क्लिक कर सकते हैं। इस कार्ड को दो फोटोग्राफ और पते के प्रमाण की एक कॉपी और एक एज सर्टिफिकेट के साथ अप्लीकेशन फॉर्म को रजिस्टर और जमा करना होगा। इसके बाद आप रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के लिए आगे बढ़ सकते हैं। जिसने भी सभी जरूरी दस्तावेज जमा कर दिए हैं और रजिस्ट्रेशन प्रोसेस कर लिया है और आपके आवेदन को मंजूरी मिल जाने के बाद वेरिफिकेशन होने पर सीनियर सिटीजन्स आईडी मिल जाएगी।

क्या होता है इसका फायदा

स्टेशनों पर सीनियर सिटीजन्स के लिए अलग से टिकट काउंटर होता है। वहां पर इस कार्ड के जरिए टिकट लिया जा सकता है। इसके अलावा दूसरे लोगों की तुलना में कम इनकम टैक्स देना पड़ता है। साथ ही कुछ मामलों में रिटर्न भरने से भी छूट दी जाती है। एफडी पर आम ग्राहकों के मुकाबले ज्यादा ब्याज दिया जाता है। साथ ही सरकारी अस्पतालों में मुफ्त या फिर रियायती कीमत पर इलाज उपलब्ध होता है।

Abhishek Nandan

Abhishek Nandan

First Published: May 19, 2023 6:05 PM

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