महंगाई की मार झेल रहे उत्तर प्रदेश के लोगों को फिर से एक तगड़ा झटका लगने वाला है। इस महीने अप्रैल से ही उन्हें बढ़ी हुई बिजली की कीमतों का सामना करना पड़ेगा। सूबे में पांच साल बाद बिजली की दरें बढ़ाई गईं हैं। अप्रैल के बिल से ही फ्यूल सरचार्ज के तौर पर उपभोक्ताओं से बिजली की वसूली की जाएगी। राज्य में ऐसा पहली बार होगा जब सरचार्ज लागू होने से हर महीने बिजली के बिल घटते बढ़ते रहेंगे। प्रदेश में बिजली की दरों में 1.24 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई है।