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Emergency Fund: 6 महीने की इनकम के बराबर इमरजेंसी फंड ऐसे बनाएं, खर्चों के तंगी में बनेगा सहारा

Emergency Fund आपके मासिक खर्चों के तीन से छह महीने के बराबर होना चाहिए ताकि अचानक आय में आई रुकावट या बड़े खर्च के समय आप आर्थिक संकट से बच सकें। नियमित बचत और अपने वेतन से अलग खाता बनाकर इस फंड को तैयार करना वित्तीय सुरक्षा और मानसिक शांति का सबसे अच्छा तरीका है।

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 01, 2025 पर 10:13 PM
Emergency Fund: 6 महीने की इनकम के बराबर इमरजेंसी फंड ऐसे बनाएं, खर्चों के तंगी में बनेगा सहारा

आर्थिक संकट के समय रोजगार छूटना, मेडिकल इमरजेंसी या अन्य अप्रत्याशित खर्चों से निपटना आसान नहीं होता। ऐसे में एक मजबूत इमरजेंसी फंड जीवन में वित्तीय सुरक्षा और मानसिक शांति दोनों प्रदान करता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि कम से कम तीन से छह महीने के मासिक खर्च के बराबर फंड अलग रखें।

इमरजेंसी फंड का महत्व

इमरजेंसी फंड आपको पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड पर निर्भरता से बचाता है, जिससे वित्तीय बोझ कम होता है। इस फंड से अस्पताल के बिल, नौकरी छूटने जैसी स्थिति में आपकी रोजमर्रा की ज़रूरतें पूरी होती हैं और बाकी बचत सुरक्षित रहती है।

कैसे करें इमरजेंसी फंड की योजना

सबसे पहले अपने मासिक खर्चों का हिसाब लगाएं, जिसमें किराया, बीमा, लोन भुगतान, खान-पान आदि शामिल हों। इसे 3 से 6 महीनों से गुणा करें और वही आपकी बचत का लक्ष्य हो। इसे जल्दी पाने की कोशिश न करें, बल्कि छोटे-छोटे मासिक या त्रैमासिक लक्ष्य बनाएं।

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