दिवाली-धनतेरस करीब आते ही सोने की चर्चा बढ़ जाती है। इस मौके पर सोना-चांदी खरीदने की परंपरा रही है। सोने की ज्वेलरी, कॉइन और बिस्कुट से अपने प्रेम को लेकर भारतीय दुनियाभर में जाने जाते हैं। हालांकि, अब नई टेक्नोलॉजी और नए प्रोडक्ट्स के बाजार में आ जाने से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB), गोल्ड ईटीएफ और म्यूचुअल फंड्स की गोल्ड स्कीमों में भी लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है। मनीकंट्रोल ने इस बार दिवाली से पहले कई लोगों से बात कर गोल्ड को लेकर उनके प्लान के बारे में बातचीत की। हमने यह भी पूछा कि वे क्यों गोल्ड खरीदना चाहते हैं। लोगों से इस सवाल का जवाब भी जानने की कोशिश की कि सोना खरीदने का उनका मकसद निवेश है या फिजिकल गोल्ड की चाहत?
अहमदाबाद की 28 साल की देवानश्री दवे 2017 से ही गोल्ड बिस्कुट खरीद रही हैं। वह फाइनेंस कंटेंट स्पेशियलिस्ट हैं। उनका प्लान भविष्य में गोल्ड बिस्कुट को ज्वेलरी में बदलने का है। अपनी शादी के मौके पर वह ऐसा कर सकती हैं। उन्होंने कहा, "अगर मैं आज गोल्ड ज्वेलरी खरीदती हूं तो वह कुछ साल आउटडेटेड हो सकते हैं। अगर मैं गोल्ड बिस्कुट खरीदती हूं तो बाद में इसे गोल्ड में बदला जा सकता है। इसके अलावा समय के साथ गोल्ड बिस्कुट की वैल्यू भी बढ़ेगी। उदाहरण के लिए 2005 में 24 कैरेट के 10 ग्राम गोल्ड की कीमत करीब 5000 रुपये थी। अब कीमत 60,000 रुपये पहुंच गई है। यह करीब 11000 फीसदी रिटर्न है।"
डॉ अक्षता वी ओसवाल मुंबई में रहती हैं। वह आई सर्जन हैं। वह करीब 10 साल से हर साल गोल्ड खरीदती आ रही हैं। अब उनकी बेटी बड़ी हो गई हैं। वह अपनी बेटी की शादी को ध्यान में रख गोल्ड खरीदती आ रही हैं। ओसवाल म्यूचुअल फंड और शेयरों में भी निवेश करती हैं। वह कहती हैं, "जब शेयर की कीमतें गिरती हैं तब गोल्ड की कीमतें चढ़ती हैं। अगर हम दोनों में निवेश करते हैं तो किसी एक में अच्छा रिटर्न मिल जाता है।" इस बारे में क्वांटम एएमसी की फंड मैनेजर गजल जैन का कहना है कि बुनियादी रूप से गोल्ड और शेयरों की चाल अलग होती है। इकोनॉमी की ग्रोथ अच्छी रहने पर शेयरों में तेजी आती है। इकोनॉमी में संकट शुरू होने पर गोल्ड की मांग बढ़ जाती है।
शिनमिन बाली की दिलचस्पी गोल्ड ज्वेलरी खरीदने में नहीं रही है। हालांकि, बतौर एसेट क्लास वह गोल्ड में निवेश को अच्छा मानती है। उनका कहना है कि गोल्ड में निवेश करना सुरक्षित है। पोर्टफोलियो का कुछ हिस्सा गोल्ड में होने से रिटर्न भी अच्छा मिल जाता है। वह YouGov में बी2बी कंटेंट ऑपरेशन मैनेजर हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाली की सोच निवेश के लिहाज से सही है। पोर्टफोलियो का एक हिस्सा गोल्ड में रखने पर डायवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है। साथ ही स्टॉक्स में तेज गिरावट की स्थिति में थोड़ी स्टैबिलिटी भी मिल जाती है।